वहीं, इस घटना के बाद समरावता गांव में भारी पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है। मौके पर टोंक एसपी, कई थानों की पुलिस, STF मौजूद है। वहीं, जानकारी मिल रही है कि आसपास के कई जिलों से पुलिस जाब्ता बुलाया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक आज देर रात
नरेश मीणा को पुलिस गिरफ्तार कर सकती है। इसके लिए पुलिस ने समरावता गांव को चारों तरफ से घेर रखा है। खबर है कि पुलिस कभी भी नरेश मीणा को हिरासत में लेकर अन्य जिलें में लेकर जा सकती है।
नरेश मीणा ने समर्थकों से की ये अपील
वहीं, नरेश मीणा भी दोपहर से ही गांव में धरने पर बैठे हैं। उन्होंने अपने समर्थकों से अपील करते हुए कहा कि जल्दी से जल्दी देवली उनियारा के समरावता गांव पहुंचे। मुझे कभी भी गिरफ्तार कर सकते हैं…यह लड़ाई अब आम लड़ाई नहीं..अपने स्वाभिमान की है…आगे सरकार और प्रशासन मेरे नाम से कांपे ऐसा खटका करूंगा।
इसके अलावा समर्थकों से अपील करते हुए कहा कि सभी साथी अपने-अपने साधनों से लठ्ठ, जैली, दंताली और फावड़ा लेकर धरनास्थल पर पहुंचे। साथ ही जिला कलेक्टर के लिए कहा कि उसके हाथों की मेहँदी तो मैं उतरवाउंगा। पुलिस को खुली चुनौती देते हुए नरेश मीणा ने कहा कि लट्ठों से पार नहीं पड़ने वाली, क्योंकि लठ्ठ तो मैं खुद लेकर आ रहा हूं… तुम्हारी बदूंकों में जितनी गोलियां भरनी है भर लो।
RAS एसोसिएशन ने दी ये चेतावनी
इधर, जयपुर में आरएएस एसोसिएशन ने एसडीएम अमित चैधरी के साथ नरेश मीणा के मारपीट की घटना को लेकर गहरा आक्रोश जताया है। उन्होंने राज्य निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन देकर नरेश मीणा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। अधिकारियों ने चेतावनी दी कि यदि नरेश मीणा की जल्द से जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई तो पेन डाउन हड़ताल की जाएगी।
घटना के बाद नरेश मीणा ने आरोप लगाया कि वोटिंग के दौरान मालपुरा के एसडीएम ने अपने हिसाब ने तीन वोट डलवाएं, जबकि यहां के ग्रामीण समरावता को देवली उपखंड में शामिल करने का विरोध कर रहे है, जो गांव से 85 किमी दूर है। जबकि यह पहले उनियारा में था। इसको लेकर ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया। ग्रामीणा चाहते है कि जिला कलेक्टर मौके पर आकर उन्हें आश्वासन दे कि उनके गांव को उनियारा में शामिल किया जाएं।