जिसके बाद बारी-बारी से तीनों नेताओं ने वीडियो जारी करते हुए समर्थन का एलान कर दिया। ऐसे में सियासी हलकों में चर्चा है कि क्या इन नेताओं द्वारा दिया गया समर्थन सिर्फ दिखावा है या फिर एक मंच पर आकर नरेश मीना को विधानसभा तक पहुंचाने के लिए जन समर्थन भी मांगेंगे?
नरेश को मिला तीनों नेताओं का समर्थन
भारतीय आदिवासी पार्टी ने देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना का समर्थन करते हुए सोशल मीडिया पर पत्र जारी किया। उन्होंने पत्र में लिखा कि ‘भारत आदिवासी पार्टी आपकी उम्मीदवारी का समर्थन करती है। हमें उम्मीद है कि आप आदिवासियों, दलितों, पिछड़े वर्गों, अल्पसंख्यकों, किसानों और युवाओं की आवाज़ उठाते रहेंगे।’ वहीं, शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि ‘ नरेश मीना हमारे विश्वविद्यालय के साथी है, आज वे मजबूती से लड़ाई लड़ रहे है, निश्चित रूप से जो भी मदद की जरूरत पड़ी, बिल्कुल सहयोग करेंगे। उन्हें बहुत-बहुत बधाई।’
बेनीवाल ने ‘रावण’ को साथ लाने का किया वादा
उधर, RLP सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर नरेश मीना को समर्थन दिया था। उन्होंने इस वीडियो जारी करते हुए कहा था कि ‘मैं नरेश मीना के लिए वोट मांगने देवली-उनियारा आउंगा।’ साथ ही उन्होंने नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ‘रावण’ और बांसवाड़ा-डूंगरपुर से सांसद राजकुमार रोत को साथ लाने का भी वादा किया था।
सिर्फ समर्थन या प्रचार भी करेंगे…?
देवली-उनियारा से निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना को प्रदेश के तीनों फायर ब्रांड नेताओं ने समर्थन दिया है। सियासी चर्चा है कि क्या नरेश के साथ देवली में कोई मंच साझा भी करेंगे या सिर्फ बस खानापूर्ति करने के लिए समर्थन दिया है। क्योंकि फिलहाल तीनों नेताओं में से किसी ने भी नरेश मीना के समर्थन में चुनाव प्रचार को लेकर कोई बयान या टाइम-टेबल जारी नहीं किया है।
देवली-उनियारा में होगा त्रिकोणीय मुकाबला!
देवली-उनियारा सीट पर कांग्रेस ने कस्तूर चंद मीना तो वहीं, भाजपा ने राजेंद्र गुर्जर को मौका दिया है। लेकिन कांग्रेस के बागी नरेश मीना ने मुकाबले को त्रिकोणीय और रोचक बना दिया है। जिससे कांग्रेस और भाजपा की मुश्किलें बढ़ गई है। नरेश मीना की रैलियों में देखा जा रहा है कि भारी भीड़ उमड़ रही है। जिससे दोनों दलों की नींद उड़ी हुई है।