Naresh Meena: पथराव-आगजनी के बीच समर्थकों के दम पर ऐसे भागा नरेश मीना, अब आगे की रणनीति बनाने में जुटा
Naresh Meena SDM Slap Case: देर रात उग्र भीड़ ने पुलिस पर हमला कर नरेश मीना को छुड़ा लिया। बताया जा रहा है कि इस हंगामे के बीच नरेश मीना भी घायल हो गया।
टोंक। निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना की ओर से मालपुरा एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारने के बाद देर रात पुलिस और नरेश मीना समर्थक आमने-सामने हो गए। निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना को पकड़ने पहुंची पुलिस पर गुस्साएं लोगों ने जमकर पथराव किया। जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। ऐसे में उग्र भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज के साथ ही आंसू गैस के गोले दागने पड़े। पुलिस ने निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन, देर रात उग्र भीड़ ने पुलिस पर हमला कर नरेश मीना को छुड़ा लिया। बताया जा रहा है कि इस हंगामे के बीच नरेश मीना भी घायल हो गया। हालांकि, खुद नरेश मीना ने गुरुवार तड़के कहा कि वह पूरी तरह ठीक है।
नरेश मीना ने एक्स पर लिखा कि मैं ठीक हूं। ना डरे थे ना डरेंगे। आगे लिखा कि आगे की रणनीति बता दी जाएगी! ऐसे में माना जा रहा है कि पुलिस को चमका देकर भागने वाला नरेश मीना अब आगे की रणनीति बनाने में जुटा हुआ है। वहीं, प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से पूरे इलाके में देर रात से इंटरनेट सेवा बंद कर रखी है। इसके अलावा पूरा समरावता गांव छावनी में बदला हुआ है। रातभर यहां चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा रहा। आज भी तड़के से ही गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।
पथराव में कई पुलिसकर्मी जख्मी
अजमेर रेंज डीआईजी ओमप्रकाश ने बताया कि मतदान के बाद एसडीएम थप्पड़ प्रकरण में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा को पुलिस गिरफ्तार करने पहुंची तो समरावता (अलीगढ़) में ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर आगजनी कर दी। पथराव में कुछ पुलिसकर्मी जख्मी हुए है। वहीं, कई महिलाओं और पुरुषों के घायल होने की भी जानकारी सामने आई है। अब तक 20 जनों को अशांति व उपद्रव फैलाने के आरोप में पकड़ा है। आरोपियों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।
क्यों भड़की हिंसा?
नगरफोर्ट तहसील की ग्राम पंचायत कचरावता के गांव समरावता में मंगलवार को उपचुनाव मतदान के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना ने एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया था। इसके बाद रात्रि करीब 9 बजे पुलिस प्रशासन निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना को गिरफ्तार करने समरावता गांव पहुंचे। जहां पर प्रदर्शन कर रहे नरेश मीना व नरेश मीना के समर्थकों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। जिस पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया और आंसू गैस के गोले दागे।
ऐसे में मामला बढ़ गया और प्रदर्शनकारियों ने मौके पर खड़े पुलिस वाहनो में आग लगा दी। जिससे गांव में अफरा-तफरी मच गई। गुस्साएं लोगों ने गांव में बने कच्चे मकानों में भी आग लगा दी। ऐसे में घरों में बैठे लोगों ने मकान से भागकर अपनी जान बचाई। तभी पुलिस ने निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन, वो अपने समर्थकों के दम पर पुलिस को चकमा देकर भागने में कामयाब हो गया।