विभिन्न स्थानों से आए ें पदयात्रियों ने श्रीजी के दर्शन कर मन्नत मांगी। मेले में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मालपुरा के एनएसएस व एनसीसी के 57 स्वयंसेवक, कैडेट्स मेले में पदयात्रियों की सेवा में जुटे हुए है।
read more: पीएम मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन आज, पूर्व सीएम वसुधंरा राजे ने किया ट्वीट इस वर्ष लक्खी मेले में पदयात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए मन्दिर में
श्रीजी के दर्शनों के लिए समय सीमा को बढ़ाया गया है।
श्री कल्याण मन्दिर ट्रस्ट मंत्री जयप्रकाश शर्मा ने बताया कि सुबह मंगला आरती
(Mangla Aarti) का समय चार बजे के स्थान पर साढ़े तीन बजे से, दोपहर में भोग व शयन का समय 2:30 से चार बजे के स्थान पर दोपहर 3:00 से 3:20 बजे तक, रात्रि में शयन का समय साढ़े 9 के स्थान पर साढ़े 10 बजे किया गया है, जिससे श्रद्धालुओं व पदयात्रियों को श्रीजी के दर्शनों में सुविधा मिल रही है।
read more:एटीएस की बड़ी कार्रवाई, गांजे व अवैध शराब के साथ 4 तस्कर गिरफ्तार सुबह साढ़े तीन बजे मंगला आरती के समय से ही मंदिर में दर्शनार्थियों की कतार लगना शुरु हो गई, जो देर रात तक लगी रही। प्रथम बार निजी कम्पनी के लगे बाउंसरों, बेरिकेटिंग व पुलिस सुरक्षा के मध्य पदयात्रियों ने कल्याणधणी के दर्शन कर मन्नतें मांगी।
डिग्गी मोड़ से लेकर श्रीजी मन्दिर तक पदयात्रियों की दर्शनों के लिए रेलमपेल लगी हुई है।
पुलिस व आरएसी के जवान पदयात्रियों को लाइन में लगाने का कार्य कर रहे है। मन्दिर में दर्शनों के बाद पदयात्रियों को पीछे वाले गेट से बाहर निकाला जा रहा है। इससे चौपड़ चौराहे पर आने से पदयात्रियों को आवागमन में सुविधा मिल रही है।
पदयात्रियों के जिले की सीमा में प्रवेश करने के साथ ही बजरी नाके के पास
श्रीजी भण्डारा परिवार व डिग्गीमोड़ से डिग्गी रोड पर श्री श्याम मित्र मण्डल परिवार मालपुरा की ओर से पदयात्रियों की सेवा के लिए भण्डारे लगाए गए है।
बिछुड़ों को मिलाया:-लक्खी मेले के दौरान पुराने बस स्टैण्ड पर स्थित नियंत्रण कक्ष में पूछताछ केन्द्र स्थापित किया गया। माइक के जरिए अपने परिजनों से बिछुड़े बालकों को मिलाने का कार्य किया जा रहा है।
प्रशासन की ओर से
मध्यप्रदेश श्योपुर की 3 वर्षीय रेशमी, दौसा जिले के बापी गांव के 4 वर्षीय अनिल सहित कई बिछुड़े लोगों को मिलाने का कार्य किया गया। एक यात्री का पर्स मिलने पर उसे मालिक तक पहुंचाया गया।
कई स्थानों से पदयात्राएं पहुंची
डिग्गी लक्खी मेले में गुरुवार को दौसा, महुवा, कानोता, बिच्छुपाडा, बरखेड़ा, देरावडा, छोटी पालकी, टोडाभीम, झारल का खेड़ा, चैनपुरा, दूदू, थानागाजी अलवर, सवाईमाधोपुर के भगवतगढ़, श्यामलता श्योपुर, बांदीकुई, चैनपुरा दौसा सहित कई स्थानों के पदयात्रियों ने श्रीजी के दर्शन किए तथा पदयात्रा का प्रतीक ध्वज कल्याणजी मंदिर में चढाया। पदयात्रियों के आने का सिलसिला जारी है।
रोडवेज ने लगाई 8 0 अतिरिक्त बसेंवैशाली आगार के मेला इंजार्च सुरेन्द्र भारद्वाज ने बताया कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं व पदयात्रियों को उनके गंतव्य स्थान पर पहुंचाने के लिए वैशाली नगर आगार
जयपुर की ओर से 8 0 अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की गई है। रोडवेज की बसें बार-बार फेरे लगाकर यात्रियों को अपने गंतव्य स्थान पहुंचाने का कार्य कर रही है।