रैली में शामिल लोग दोषियों को गिरफ्तार करने व आस्था के साथ खिलवाड़ करने वाले लोगों पर शिकंजा कसने की मांग करते चल रहे थ। उक्त रैली ममता सर्कल, छतरी चौराहा, पुलिस थाना, बस स्टैण्ड होते हुए उपखण्ड कार्यालय पहुंची। जहां माता की प्रतिमा खण्डित करने के दोषियों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग को लेकर एसडीओ अशोक कुमार त्यागी को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन मेेंं बताया कि राजमहल स्थित वनमाता जन-जन की आस्था का केन्द्र है। जिसकी प्रतिमा को गत मंगलवार को अज्ञात लोगों ने द्वेषतावश खण्डित कर दिया। इससे हिन्दूओं की भावनाओं को गहरी ठेंस पहुंची। इससे पहले भी शिव मन्दिर की छतरी से छेड़छाड़ करने व आधा दर्जन बार गायों के साथ बर्बरता की गई।
इससे हिन्दू समाज में रोष है। ज्ञापन में बताया कि प्रतिमा खण्डित करने के बाद दूनी पुलिस ने तीन दिन का समय मांगा था, लेकिन समयावधि पूरी होने के बावजूद पुलिस आरोपियों को पकड़ नहीं सकी। ज्ञापन में प्रतिमा खण्डित करने के दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार करने व मामले में शिथिलता बरतने वाले दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल हटाने की मांग की गई। ऐसा नहीं होने पर सर्वसमाज ने जनआंदोलन करने की चेतावनी दी।
इस दौरान कृष्णगोपाल शर्मा, राजेन्द्र गुर्जर, शकुंतला वर्मा, रेखा जैन, जितेन्द्र चौधरी, सुरेन्द्र डिडवानिया, दिनेश, सियाराम गौतम, जसवंत सिंह चौहान, अशोक मण्डल, महावीर सिंह राठौड़, बाबूलाल, प्रशांत गौतम, मुकेश सिंहल, शंकर माहेश्वरी, सत्यनारायण कटारिया सहित दर्जनों लोग शामिल थे।
शिकायत के बाद जांच को पहुंचे लोकपाल
टोंक. जॉबकार्ड में हेराफेरी की प्रधानमंत्री को आनलाइन शिकायत करने के बाद हरकत में आए जिले के मनरेगा लोकपाल अब्दुल जब्बार ने चांदली पहुंच पीडि़त व सरपंच-सचिव के बयान दर्ज कर दस्तावेज व पत्रावलियों को जब्त कर जांच के लिए ले गए। मनरेगा योजना समन्वयक छगनलाल सैनी ने बताया की चांदली निवासी जाकिर व हमीद ने पंचायत की ओर से जॉबकार्ड में हेराफेरी करने की शिकयत प्रधानमंत्री से की थी।
शिकायत के बाद हरकत में आए लोकपाल ने पंचायत में पहुंचकर मामले की जांच व जनसुनवाई की। साथ ही शिकायतकर्ताओं को बुलवा जॉबकार्ड, मस्टररोल, बैंक डायरी सहित दस्तावेज का अवलोकन कर सरपंच छीतरलाल डागर, ग्राम विकास अधिकारी शिवबालक शर्मा व रामकरण से पूछताछ कर बयान दर्ज किए।
इस दौरान सरपंच ने बताया की मामला दस वर्ष पुराना होने के साथ ही जॉबकार्ड न?बर नरेगा वेबसाइट पर आनलाइन डाटा फीड करने वाली आउटसोर्स एजेन्सी की ओर से तकनीकी गलती के कारण दूसरे के जॉबाकार्ड में नाम लिख दिया गया। इसके बाद लोकपाल जब्बार ने जांच करने को लेकर शिकायतकर्ताओ व पंचायत के दस्तावेज जब्त करने के साथ ही देवली विकास अधिकारी से भी रिपोर्ट करने को तलब किया है।