read more: राजस्थान में मानसून की मेहरबानी जारी, छलकने के करीब पहुंचा बीसलपुर बांध उल्लेखनीय है कि केचमेंट एरिया व जलभराव क्षेत्र में पडऩे वाले राजसमंद , चित्तोड़, भीलवाड़ा, अजमेर व टोंक जिले में हो रही झमाझम बारिश के चलते बांध का गेज कुल जलभराव 315.50 आरएल मीटर के करीब पहुंचने के कगार पर है। वहीं केचमेंट एरिया से हो रही पानी की आवक को मध्यनजर रखते हुए बांध परियोजना ने रविवार दोपहर या शाम तक बांध के गेट खोलकर बनास में पानी की निकासी की तैयारी में है।
read more:जब खुलेंगे बीसलपुर बांध के गेट तो ऐसा होगा नजारा, देखें वीडियो बांध के कन्ट्रोल रूम के अनुसार बांध का गेज शुक्रवार शाम 4 बजे तक 312.30 आर एल मीटर दर्ज किया था, जो बीते 24 घंटों के दौरान शनिवार शाम 5 बजे तक 2.11 मीटर की बढ़ोत्तरी के साथ ही 314.41 आरएल मीटर पर पहुंच गया है। जिसमें 31.118 टीएमसी पानी का भराव हो चुका है।
जो कुल जलभराव का 80.40 फीसदी पानी का भराव हो चुका है। इसी प्रकार केचमेंट एरिया में पडऩे वाली बनास नदी पर स्थित त्रिवेणी का गेज शुक्रवार को 7 मीटर तक चल रहा था, जो शनिवार को लगातार घटकर शाम 5 बजे तक 3.70 मीटर रह गया है। बांध क्षेत्र में बीते 24 घंटों के दौरान कुल 46 एमएम बारिश दर्ज की गई है वही सीजन की अब तक कुल 584 एमएम बारिश दर्ज की जा चुकी है।
read more:Bisalpur Latest News : अब तक 4 बार खोले जा चुके हैं बीसलपुर बांध के गेट,18 गेट-डूब क्षेत्र में 68 गांव, इतनी है बांध की क्षमता बांध परियोजना के सहायक अभियंता मनीष बंसल ने बताया कि बांध का गेज पूर्ण जलभराव के करीब पहुंचने के साथ ही परियोजना की ओर से उच्चाधिकारियों को गेट खोलने की सम्भावना से अवगत करवा दिया गया है। जिससे गेट खुलने से पूर्व प्रशासन अपनी तैयारी पूरी कर सके।
बांध के गेट खोलने से पूर्व डाऊन स्ट्रीम के गांवों विशेषकर बनास किनारे बसे गांवों में लगभग 12 से 24 घंटे पूर्व सूचना दे दी जाती है। वही गेट खोलने से पूर्व बांध पर लगे सायरन को बजाया जाता है, जो एक घंटे के पहल फिर आधे घंटे पूर्व व फिर हर पांच से दस मिनट में सायरन बजाया जाता है, जिससे बनास के करीब से लोग अपने मवेशियों सहित दूर रहे जिससे कोई जनधन की हानि नहीं हो सके।
इनका कहना है-
बांध का गेज पूर्ण भराव के करीब होने व अभी बांध में पानी की आवक जारी रहने के चलते बांध से बनास में पानी की निकासी की सम्भावनाओं को मध्यनजर रखते हुए उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है, जिससे कभी भी बांध के गेट खोले जा सकते है।
वीएस सागर अधिक्षण अभियंता बीसलपुर बांध परियोजना देवली।
2016 के वीडियो से हुए भ्रमित
किसी ने सोशल मीडिया पर बीसलपुर बांध से 2016 में खोले गए गेट का वीडियों डाल कर शनिवार को गेट खोले जाना बता दिया। वायरल हुए वीडियो के बाद सभी की उत्सुकता बढ़ गई। और दर्जनों पर्यटक बीसलपुर भी पहुंच गए, जिन्हें निराशा हाथ लगी।
छह जिलों से आता है पानी
बीसलपुर बांध में टोंक के अलावा अजमेर, भीलवाड़ा, उदयपुर, चित्तौड़ व राजसमंद जिले में बहने वाली नदियों से पानी आता है।