Naresh Meena: राजस्थान उपचुनाव में देवली-उनियारा विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना की गिरफ्तारी के साथ ही एक बार फिर समरावता गांव में बवाल शुरू हो गया है। गिरफ्तार के बाद गांव में समर्थक जमकर बवाल काट रहे हैं। कुछ उग्र समर्थकों ने गांव के बाहर स्टेट हाइवे को जाम कर दिया था। दरअसल हाइवे पर बड़े-बड़े टायर रखकर उनको आग के हवाले कर दिया है।
नरेश मीना की गिरफ्तारी के बाद समर्थकों ने ट्रैक्टर के टायरों और सूखी लड़कियों को आग के हवाले कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस का भारी जाप्ता मौके पर पहुंच चुका है। पुलिसकर्मियों ने पानी डालकर पहले ही आग को बुझाया। इसके बाद जले टायरों को हाइवे से हटाया। वहीं समर्थकों ने खेती में काम आने वाले लोहे के भारी भरकम औजारों को भी रख दिया था। पुलिस ने सभी चीजों को स्टेट हाइवे से हटाकर रास्ता खुलावाया।
छावनी में बदला गांव
इसके बाद दूसरी जगह फिर से उनियारा-नैनवा हाइवे को जाम कर दिया। हालांकि बाद में पुलिस ने उपद्रवियों को खदेड़कर जाम को खुलवाया। पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। उल्लेखनीय है कि बुधवार को मतदान के दौरान समरावता गांव में मतदान केंद्र के बाहर नरेश मीना ने मालपुरा उपखंड अधिकारी अमित चौधरी को थप्पड़ जड़ दिया। बाद में मतदान समाप्त होने के पश्चात नरेश मीना के समर्थक एकत्रित हो गए।
देर रात जब पुलिस जब नरेश मीना को गिरफ्तार करने पहुंची तो उसके समर्थकों ने उसका सामना कर लिया और इस दौरान पुलिस एवं अन्य वाहनों को आग लगा दी गई और उपद्रव किया। पुलिस ने भीड़ को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। इस दौरान नरेश मीना मौके से फरार हो गए थे। इस उपद्रव के बाद देर रात देवली-उनियारा और आसपास के क्षेत्र में इंटरनेट सेवा बंद करनी पड़ी। मौके पर पुलिस बल बढ़ा दिया गया है और पूरा समरावता गांव छावनी में तब्दील हो गया।