किसने बोले हैं यश के डायलॉग्स?
कम ही लोगों को पता है कि फिल्म के हिंदी वर्जन के लिए यश के कैरेक्टर को आवाज वॉइस ओवर आर्टिस्ट सचिन गोले (Sachin Gole) ने दी है। सचिन लगभग 17 सालों से डबिंग कर रहे हैं और इससे पहले वह कई साउथ की फिल्मों को अपनी आवाज दे चुके हैं। हमारे सहयोगी ETimes ने फिल्म के बारे में सचिन से एक्सक्लूसिव बात की है जिसमें उन्होंने कई दिलचस्प खुलासे किए हैं। फिल्म के बारे में बात करते हुए सचिन ने बताया कि उन्होंने इससे पहले KGF 1 के लिए भी डबिंग की थी और यश ने खुद ही सचिन का चुनाव डबिंग के लिए किया था।
यश नहीं चाहते थे हिंदी में हो KGF रिलीज?
सचिन ने कहा, ‘यश पहले चाहते थे कि उनकी फिल्म केवल कन्नड़ में ही रिलीज हो लेकिन बाहुबली को हिंदी में मिली सफलता के बाद वह KGF को हिंदी में डब कराने के लिए राजी हो गए। लेकिन सवाल यह था कि यश को अपनी आवाज कौन देगा? एक ऐसी आवाज की जरूरत थी जो न ज्यादा पतली हो और न ज्यादा भारी और वह टिपिकल मुंबइया एक्सेंट में बोले। मैंने पहले यश की कुछ फिल्में डब की हैं जिसे उन्होंने इंटरनेट पर देखा था। उन्हें मेरी आवाज पसंद आई तो उन्होंने ऑडिशन के लिए बुला लिया। बाद में मुझे ही डबिंग के लिए फाइनल किया गया।’
सचिन गोले कौन हैं
सचिन गोले शरद केलकर या श्रेयस तलपड़े जैसे बड़े कलाकार तो नहीं, लेकिन उन्होंने यश की इस फिल्म के पहले पार्ट ‘KGF 1’ में भी अपनी आवाज उधार दे चुके हैं। हालांकि सचिन गोले इस फील्ड में नए नहीं हैं वह करीब पिछले 14 साल से डबिंग आर्टिस्ट का काम कर रहे हैं और तकरीबन सैकड़ों साउथ फिल्मों के लिए अपना आवाज दे चुके हैं।
कितने वक्त में हुई KFG 2 की डबिंग?
KGF 1 लोगों ने खूब पसंद की थी। जब वह सुपरहिट हो गई तो KGF 2 के लिए भी सचिन को ही फाइनल किया गया। सचिन ने बताया कि फिल्म के दूसरे पार्ट की डबिंग के लिए बहुत कम लोगों को ही बदला गया। उन्होंने कहा, ‘मेकर्स ने मुझसे कहा कि जब भी टाइम मिले मैं आकर डब कर दूं तो मुझे पता था कि डबिंग मुझे ही करनी है और मुझे अपना बेस्ट देना होगा।’ ऐसा नहीं है कि डबिंग बहुत जल्दी हो गई हो। सचिन ने बताया, ‘वैसे तो हमें 4-5 घंटे का टाइम स्लॉट मिलता है लेकिन KGF एक बड़ा प्रोजेक्ट था तो मुझे इसकी डबिंग में पूरा एक हफ्ता लग गया। यहां गलती की कोई गुंजाइश नहीं थी क्योंकि रॉकी ही फिल्म के मेन कैरेक्टर है।’
‘KGF’ में इस तरह मिला मौका
स्कूपहूप की रिपोर्ट के मुताबिक, KGF की शूटिंग के दौरान जब फिल्म के हिंदी डबिंग की बात आई तो मेकर्स और यश ने तमाम चैनलों और यूट्यूब पर साउथ की हिंदी डब फिल्मों को देखा और अवाज के लिए सैंपल इकट्ठा किया गया, जिसमें से एक सचिन की भी आवाज थी। जब सचिन ने ऑडिशन में डॉयलॉग ‘ट्रिगर पे हाथ रखने वाला शूटर नहीं होता, लड़की पे हाथ डालने वाला मर्द नहीं होता और अपुन की औकात अपुन के चाहने वालों से ज्यादा और कोई समझ नहीं सकता’ बोला तो यश ने फौरन ‘KGF’ के लिए उनकी आवाज को चुन लिया।
‘वायलैंस’ वाले डायलॉग पर की बात
फिल्म के सबसे पॉप्युलर और फेमस डायलॉग ‘वायलैंस’ के बारे में भी सचिन ने बात की और बताया कि उन्हें इस डायलॉग को बोलने में कितना वक्त लगा। सचिन ने बताया कि केवल इस डायलॉग के लिए उन्होंने 20 टेक्स लिए थे। सचिन ने यह भी बताया हिंदी के सारे डायलॉग्स को यश और डायरेक्टर प्रशांत नील ने पहले रिव्यू किया, उसके बाद ही उनकी डबिंग की गई थी।
धनुष जैसे स्टार्स को दे चुके आवाज
आपको बता दें कि सचिन ने केवल यश को ही अपनी आवाज नहीं दी है बल्कि इससे पहले वो एक्टर धनुष (Dhanush) के लिए भी कई फिल्मों की हिंदी डबिंग कर चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने रजनीकांत (Rajinikanth) की कुछ पुरानी फिल्मों समेत संदीप किशन और दुलकर सलमान की फिल्मों में भी अपनी आवाज दे चुके हैं। सचिन एक डबिंग आर्टिस्ट होने के साथ-साथ एक अच्छे एक्टर भी हैं। उन्होंने बताया था कि ‘केवल एक्टर होने से ही उनका खर्चा नहीं चल रहा था तो इसलिए 2005 में उन्होंने डबिंग करना शुरू कर दिया था।’