लॉकडाउन ने किया बुरी तरह प्रभावित
अंबिका राव का कहना है,’डायलिसिस के चलते मैं पहले की तरह काम नहीं कर पा रही हूं। इसके अलावा, लॉकडाउन और उसके बाद के प्रतिबंधों ने फिल्म उद्योग और मेरे रोजगार के अवसरों को बुरी तरह प्रभावित किया है। सभी चिकित्सा खर्चों के लिए हमें अधिक धन की आवश्यकता है। इसलिए, मैंने लोगों से मदद लेने के लिए Ketto.org पर एक फंडराइजर शुरू करने के बारे में सोचा।
भाई की बीमारी ने तोड़ी कमर
अंबिका को अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के साथ भाई की बीमारी के चलते बुरे दिन देखने पड़ रहे हैं। तीन महीने पहले, उनके भाई अजिथ वारियर को स्ट्रोक आया और उन्हें लकवा मार गया। अंबिका का भाई संगीत जगत से जुड़ा है। वे फिल्मों और पार्टीज में काम करके कमाई कर रहे थे। लेकिन अब उनके वित्तीय संसाधन सूख गए हैं। उनका मासिक चिकित्सा खर्च लगभग 60,000 रुपए आता है जिसे वे अब वहन करने की स्थिति में नहीं है।
अंबिका ‘कुंबलंगी नाइट्स’, ‘मीशमाधवन’, और ‘अनुराग कारिक्किन वेल्लम’ जैसी बेहद लोकप्रिय फिल्मों में काम कर चुकी हैं। इसके अलावा उन्होंने ‘वेल्लिनक्षत्रम’, ‘थोमनम मैकलम’, ‘साल्ट एंड पीपर’ और ‘रजनीकम’ जैसी फिल्मों में सहायक निर्देशक के रूप में भी काम किया है।