व्यापारियों ने किसानों से कहा कि जालसाज के चक्कर में फं स गए है तो तत्काल संबंधित थाने की पुलिस को सूचना दें। डिजिटल अरेस्ट होने के बजाय फ ोन काट दें और परिवार के जिस सदस्य के नाम से आपको डराया जा रहा है, उससे तुरंत बात करें ताकि सच्चाई का पता चल सकें। उनका कहना था कि पर्सनल और बैंक संबंधी जानकारी कभी भी किसी को नहीं देना चाहिए। बैंक या पुलिस से इस तरह के कोई कॉल नहीं आते।
पत्रिका रक्षा कवच अभियान में किसानों ने बताया कि पत्रिका जालसाजों से सर्तक रहने अभियान चल रहा है। प्रतिदिन अखबार में साइबर ठगों की खबरें प्रकाशित कर रही है। वहीं जिले की पुलिस भी साइबर ठगों से लडऩे के लिए हेल्प नंबर जारी कर रही है। गांव-गांव में लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाए जा रहे है।