ट्रेलर ने बच्चों से भरी School Bus को मारी टक्कर, गुस्साए ग्रामीणों ने किया चक्काजाम
हादसे में अपनी बेटी को बस पर चढ़ाने आया पिता घायल, कोल परिवहन के लिए समय
निर्धारित करने के एसडीएम द्वारा नेता प्रतिपक्ष को दिए गए आश्वासन के बाद
चक्काजाम समाप्त
अंबिकापुर/मेंड्राकला. ग्राम मेंड्राकला में मंगलवार की सुबह स्कूली बच्चों को लेने पहुंची मार्डन कान्वेंट स्कूल की बस को पीछे से एक तेज रफ्तार ट्रेलर ने टक्कर मार दी। इससे बस में सवार बच्चों को तो कोई चोट नहीं आई। लेकिन हादसे में एक छात्रा का पिता गंभीर रूप से घायल हो गया।
घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया। बाद में नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव द्वारा एसडीएम से चर्चा के बाद ग्रामीणों को कोल परिवहन हेतु समय निर्धारित किए जाने का आश्वासन दिया गया, तब कहीं जाकर चक्काजाम समाप्त हुआ।
जानकारी के अनुसार मंगलवार की सुबह अंबिकापुर स्थित मार्डन कान्वेंट स्कूल का बस चालक सकालो निवासी रामप्रताप बरवा पिता रामपति बरवा बस क्रमांक सीजी 15 एबी-0529 को लेकर स्कूली बच्चों को लेने निकला था। उसके साथ बस कंडेक्टर परमेश्वर को लेकर सुबह 7 बजे लहपटरा पहुंचा था।
लहपटरा से वह आगे ग्राम मेंड्राकला सुबह 8.20 बजे पहुंचा था और बच्चों को चढ़ाने के लिए अर्जुन के दुकान के सामने बस खड़ी थी। इसी दौरान लखनपुर की तरफ से काफी तेज गति से ट्रेलर क्रमांक सीजी 15 एसी-4027 का चालक पटना गिरजापुर निवासी 30 वर्षीय रामदेव साय पिता रामनाथ ने बस के पीछे टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस अपने आप आगे बढ़ गई। इससे अपनी बच्ची को बस में बैठाकर सड़क पर खड़ा अभिभावक उदय दास बस के सामने के हिस्से जा टकराया। इससे उसके हाथ व सीने में गम्भीर चोटें आईं। आसपास के लोगों ने तत्काल उसे अस्पताल पहुंचाया जहां उसकी स्थिति गम्भीर बनी हुई है। वहीं बस में विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों के लगभग 50 से अधिक बच्चे बैठे हुए थे। गनीमत रही की बच्चे सुरक्षित थे।
आक्रोशित ग्रामीणों ने रोका आवागमन आए दिन अंबिकापुर-बिलासपुर मार्ग पर आए दिन कोल परिवहन में लगे वाहनों के तेज रफ्तार व अप्रशिक्षित चालकों की वजह से कोई न कोई हादसा हो रहा है। इन हादसों में किसी न किसी घर का चिराग बुझने के साथ कई लोग गम्भीर रूप से घायल हो रहे हैं। लेकिन न तो शासन और न ही प्रशासन कोल परिवहन में लगे वाहनों की रफ्तार पर अंकुश लगा पा रहा हैं।
इसे ही मुद्दा बनाकर ग्रामीणों ने मंगलवार को बस व ट्रेलर के हादसे के बाद अंबिकापुर-बिलासपुर मुख्य मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। लगभग डेढ़ घंटे तक ग्रामीणों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया। ग्रामीणों द्वारा चक्काजाम किए जाने की जानकारी जैसे ही मणिपुर चौकी को लगी तत्काल मौके पर पुलिस पहुंच गई और ग्रामीणों को सड़क से हटाने का प्रयास शुरू कर दिया।
लेकिन ग्रामीण अपने मांगों को लेकर अड़े हुए थे। सूचना पर एसडीएम पुष्पेन्द्र शर्मा भी मेन्ड्राकला पहुंच गए। उन्होंने भी ग्रामीणों को काफी मनाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण सड़क से हटने को तैयार नहीं थे।
नेता प्रतिपक्ष भी पहुंचे मेंन्डाकला में स्कूल बस व ट्रेलर की टक्कर की सूचना पर नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव भी वहां पहुंच गए। उन्हें भी ग्रामीणों ने घेर लिया और इस मार्ग से कोल परिवहन रोकने की मांग करने लगे। एसडीएम व नेता प्रतिपक्ष के बीच हुई चर्चा के बाद मेन्ड्राकला में वाहन के रफ्तार पर लगाम लगाने के लिए जिग-जैग बनाने पर सहमति बनी।
इसके साथ मार्ग पर कई स्कूल हैं और गांव के बच्चे स्कूल जाते व घर लौटते हैं। इस दौरान काफी तेज रफ्तार में कोलवाहन दौड़ते हैं। इस पर नेता प्रतिपक्ष ने एसडीएम से स्कूली समय सुबह 6 से 12 व दोपहर 2 से 5 बजे केबीच इस मार्ग पर भारी वाहनों को प्रतिबंधित करने की मांग रखी। एसडीएम ने इसपर कलक्टर से चर्चा कर निर्णय लेने का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने चक्काजाम समाप्त कर दिया।
एक सप्ताह पूर्व भी हो चुका है हादसा एक सप्ताह पूर्व कमलपुर साइडिंग से कोयला खाली कर वापस लौट रहे ट्रेलर की टक्कर से थोर निवासी एक युवती की सांड़बार बेरियर के समीप मौत हो गई थी। इसके बाद लोगों ने चक्काजाम किया था। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा एसईसीएल के अधिकारियों के साथ बैठक करने का आश्वासन दिया गया था। इसके एक सप्ताह के अंदर यह दूसरा बड़ा हादसा है।