यह भी पढें CYCLONE MAHA चक्रवात महा से निपटने को मनपा ने कसी कमर डुमस में समुद्र किनारे पर स्थित दरिया गणेश को लोग समुद्री रास्ते पर शहर के रक्षक के रूप में मानते हैं। दरिया गणेश में उनकी गहरी आस्था है और मानते हैं कि हर बार जब भी समुद्र के रास्ते कोई मुश्किल शहर की तरफ आई है, दरिया गणेश ने उसे सूरत का किनारा नहीं छूने दिया। दिसंबर 2017 में ओखी ने तबाही मचाकर सूरत का रुख किया था। चक्रवात से पहले मौसम में हुए बदलाव का असर सूरत पर दिखने लगा था। ओखी सूरत किनारे को छूता उससे पहले ही भंवर में फंसकर समुद्र में समा गया था।
इसी वर्ष जून में आया वायु भी सूरत किनारे को छूने से पहले ही निष्क्रिय हो गया था। दोनों ही अवसरों चक्रवात के सूरत किनारे तक नहीं पहुंचने का श्रेय लोगों ने दरिया गणेश को दिया था।
CYCLONE N DARIYA GANESH समुद्री तूफान और दरिया गणेश के बीच क्या है खास रिश्ता? मान्यता है कि दरिया गणेश समुद्र की ओर से आने वाले संकट से सूरत की रक्षा करते रहे हैं। लोगों को इस बार भी उम्मीद है कि दरिया गणेश महा चक्रवात को भी सूरत पहुंचने से पहले ही निष्क्रिय कर देंगे।