लोकार्पण समारोह में महेन्द्र सिंह सरवैया ने कहा कि राज्य के गठन के बाद वर्ष 1961 से गृह निर्माण बोर्ड कार्यरत है और हजारों लोगों को कम कीमत पर घर बनाकर दिया है। उन्होंने कहा कि चार इमारतों में एलआइजी-1 के तहत 56 तथा एलआइजी -2 के तहत 168 फ्लैट्स बनाए गए हैं। जो 11 लाख और 18 लाख में लाभार्थियों को मिले हैं। उन्होंने कहा कि बोर्ड द्वारा कई शहरों में पॉश इलाकों में मध्यम वर्गीय परिवारों को उनके बजट के अनुसार आधुनिक सुविधाओं से सज्ज मकान बनाकर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि मकान के ढांचे में दस वर्ष में कोई बड़ी खामी आती है तो बोर्ड ठीक करेगा। विधायक पीयूष देसाई ने कहा कि काफी समय से मकान बनकर तैयार थे, लेकिन लोकार्पण की तारीखें बढ़ती रही। उन्होंने कहा कि आवासों का लोकार्पण मुख्यमंत्री के हाथों होना था और वे चाहते थे कि सभी 224 लाभार्थी एक साथ गृह प्रवेश करें, जिससे लोकार्पण में विलंब हुआ।