नर्मदा चीनी मिल के चेयरमैन घनश्याम पटेल ने बताया कि चीनी का उत्पादन करते समय गन्ने की पेराई के बाद अलग निकलने वाले मोलासिस को फेंक दिया जाता है। वेस्ट मोलासिस में से इथेनॉल बनती है। मिल ने जर्मन तकनीक आधारित इथेनॉल का प्लांट बनाया है। यह प्लांट भारत का दूसरा व राज्य का पहला है। अब सीधे गन्ने के रस से शुध्द इथेनॉल बनाई जा रही है। इथेनॉल को हाल में पेट्रोल में दस प्रतिशत की दर से मिलाया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने प्रोजेक्ट ई-20 की शुरुआत की है। मिल में इथेनॉल का वर्तमान उत्पादन 60 हजार लीटर से 1.25 लाख लीटर किया जाएगा।
-क्या है ई-20 से फायदा इथेनॉल इको फ्रेंडली ईंधन है, जो अल्कोहल आधारित है। इस कारण पर्यावरण को अनेक प्रकार के नुकसान से बचाया जा सकता है। पेट्रोल में इथेनॉल को मिलाकर केन्द्र सरकार ने 41 हजार करोड़ रुपए की विदेशी मुद्रा को बचाने का कार्य किया है। इसके साथ ही साथ 27 लाख टन कार्बन के उत्सर्जन में भी कमी आई है। इथेनॉल मिक्स पेट्रोल के उपयोग से कार्बन डाईआक्साईड को कम करने में भी मदद मिलती है।
-क्या होता है इथेनॉल इथेनॉल को बायोमास से बनाया जाता है। अधिकतर इथेनॉल को मक्का व गन्ने की फसल में से तैयार किया जाता है। यह दोनों फसल भारत में पहले से ही बड़े पैमाने पर उगाई जाती रही है। ऐसी स्थिति में देश में बड़े पैमाने पर ऑटोमोबाइल के लिए इथेनॉल तैयार किया जा सकता है।
-क्या है ई-20 पेट्रोल ई-20 में ई शब्द इथेनॉल के लिए इस्तेमाल किया जाता है। 20 का अर्थ पेट्रोल में इथेनॉल की मात्रा 20 प्रतिशत तक से है। इथेनॉॅल की मात्रा में जितना इजाफा होगा, उतनी ज्यादा इथेनॉल की मांग होगी। वर्तमान में देश में उपलब्ध पेट्रोल में दस प्रतिशत करीब इथेनॉल है। अब देश के 11 शहरों में 20 प्रतिशत इथेनॉल वाला पेट्रोल उपलब्ध कराने की तैयारी की जा रही है।
ई-20 से चलने वाले नए वाहन बाजार में आएंगे हुन्डाई मोटर्स की क्रेटा, वेन्यू व दूसरी एसयूवी जैसे वाहन ई-20 पेट्रोल पर चल सकते हैं। हाल ही में ऑटो एक्सपो 2023 के दौरान टाटा मोटर्स ने अपने दो नए टर्बोचार्जड पेट्रोल इंजन को पेश किया था। इसके साथ हेरियर व सफारी एसयूवी में जल्दी ही ई-20 फ्यूईल इंजन लगाने की तैयारी की जा रही है।