– गिरोह करते हैं सुनियोजित धोखाधड़ी : स्थानीय मंडी में गत 10-12 सालों से 100-125 ऐसे लोग अलग-अलग टेक्सटाइल मार्केट्स में व्यापारी के स्वांग में बैठे हैं, जो सुनियोजित तरीके से कपड़ा व्यापारियों के साथ लाखों की धोखाधड़ी करते हैं। बैठक में चली चर्चा के मुताबिक, यह लोग पहले जिस व्यापारी के साथ धोखाधड़ी करनी है, उसके व्यापार पद्धति की पूरी जानकारी जुटाते हैं और बाद में अवसर देखकर एजेंट, व्यापारी के नाम व पहचान पर व्यापारिक एंट्री करते हैं। इन पर लगाम लगाने के लिए सभी व्यापारियों को बेहद सावधानी से व्यापार करने की जरूरत है। मौजूदा समय में दुर्गा पूजा, दशहरा, दिवाली की सीजन है, ऐसी स्थिति में सावधानी बरतना अधिक जरूरी हो जाता है।
– राजस्थान पत्रिका लगातार कर रहा है आगाह : पिछले दिनों कोहिनूर टेक्सटाइल मार्केट के एक प्रतिष्ठित कपड़ा व्यापारी के साथ रेफरेंस के नाम पर हुई धोखाधड़ी की घटना को राजस्थान पत्रिका ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इस खबर के माध्यम से पत्रिका ने कपड़ा व्यापारियों को सुनियोजित तरीके से हो रही धोखाधड़ी से बचने में सावधानी की जरूरत के बारे में बताया था। इसके बाद 7 सितंबर को प्रकाशित ‘सूरत कपड़ा मंडी में धोखाधड़ी से बचने के लिए बनाए नियम’ शीर्षक से छपी खबर में इस तरह की व्यापारिक धोखाधड़ी के मामलों में शक की सुई डुप्लीकेट चाबी गिरोह की तरफ भी गई थी। सूरत मर्कंटाइल एसोसिएशन ने रविवार को व्यापारिक बैठक में व्यापारी के वेष में ले-भागू तत्वों की संख्या बताकर शक को मजबूत किया है।
– बैठक में ‘आकास’ के पदाधिकारी भी रहे मौजूद : सूरत मर्कंटाइल एसोसिएशन की साप्ताहिक व्यापारिक बैठक में रविवार सुबह माहेश्वरी भवन में सूरत कपड़ा मंडी की 60 साल से अधिक पुरानी व्यापारिक संस्था आढ़तिया कपड़ा एसोसिएशन सूरत के नवनियुक्त पदाधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया। बैठक में बताया कि एसोसिएशन से जुड़े सभी आढ़तिया व एजेंट्स की पंजीकरण व्यवस्था की जानी चाहिए, ताकि कपड़ा मार्केट क्षेत्र में अनियमित आढ़तिया व एजेंट्स व्यापारियों के साथ चीटिंग नहीं कर पाए। इसके अलावा इंस्यूरेंस एडवाइजर प्रियंका कोठारी ने भी व्यापारियों को बैठक में कपड़ा कारोबार को सुरक्षित तरीके से किए जाने के बारे में इंस्यूरेंस के नजरिए से बताया।