भाद्रपद शुक्ल द्वितिया के मौके पर शहर के परवत पाटिया, सीतानगर, पुणागांव, गोडादरा, डिंडोली, उधना समेत अन्य क्षेत्रों से शनिवार रात से ही विभिन्न संघ व मंडलों की ओर से पैदल यात्रा की शुरुआत हो गई थी। पैदल यात्रा का दौर परवत पाटिया स्थित भक्तेश्वर हनुमान मंदिर के सामने से मध्यरात्रि के बाद तक चलता रहा। इस दौरान प्रत्येक संघ में सैकड़ों श्रद्धालु महिला-पुरुष व बच्चे डीजे पर गूंजते भजनों पर नाचते-गाते पैदल-पैदल बाबा रामदेव की आस्था व भक्ति के केंद्र बारडोली के निकट अलखधाम पहुंचते रहे।
– भादवी बीज पर भी निकली यात्रा : शहर से विभिन्न संघ व मंडलों की पैदल यात्रा भादवी बीज रविवार को भी निकाली गई। इस दौरान श्रद्धालु अखंड ज्योत के साथ पैदल-पैदल अलखधाम के लिए रवाना हुए। यात्रा के दौरान महिला-पुरुष के अलावा बच्चे भी शामिल रहे। बारिश में भीगते सभी श्रद्धालु शनिवार के बाद रविवार को भी 20-25 किलोमीटर दूर अलखधाम पहुंचे।
-श्रद्धालुओं की सेवा-सुश्रुषा : 20-25 किलोमीटर लंबी पैदल यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के लिए शहर के विभिन्न स्थलों पर सेवाभावी संस्थाओं की ओर से सेवा स्टॉल भी लगाए गए। इस दौरान श्रद्धालुओं को चाय-पानी व अल्पाहार की व्यवस्था दी गई। स्वास्तिक सेवादल ने सारोली में बिंदल हाउस के निकट चाय-पानी की स्टॉल लगाई।
– रात से ही श्रद्धालुओं का लगा जमघट : उधर, अलखधाम में शनिवार मध्यरात्रि के बाद से ही श्रद्धालुओं का जमघट लगा रहा। श्रीलक्क्ष्मीचंद बापू नकलंक सेवा मंडल संचालित श्रीशिवशक्ति रामदेव अलखधाम के योगेश्वर बापू ने बताया कि श्रद्धालुओं ने भक्तिभाव के साथ बाबा के दर्शन किए और प्रसाद ग्रहण किया। इस दौरान सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने दिन-रात अलखधाम में सेवा दी।