पिछले बुधवार को कई लोगों ने वराछा के आशादीप स्कूल पहुंच कर कक्षा में पढ़ा रहे शिक्षक विपुल गजेरा को बुरी तरह पीटा था। बताया जाता है कि एक दिन पहले इस शिक्षक ने स्कूल लॉबी में 12वीं कॉसर्म के एक छात्र को पीटा था। इससे नाराज अभिभावकों ने अन्य लोगों के साथ शिक्षक को डंडों से पीटा। दूसरे शिक्षक बीच-बचाव के लिए आए तो उन्हें भी पीटा गया। शिक्षक की पिटाई के बाद किसी तरह की कार्रवाई नहीं होने पर निजी स्कूल संचालकों में आक्रोश बढ़ गया। शुक्रवार को निजी स्कूल संचालक मंडल की बैठक में 400 से अधिक स्कूलों के संचालकों ने इस घटना के विरोध में सोमवार को स्कूल बंद रखने की घोषणा की थी। संचालक ब्लैक एंड व्हाइट पहनकर विरोध जताने पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचे। वहां इस मामले में कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा गया। बाद में कलक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी को भी ज्ञापन सौंपा गया। संचालकों ने स्कूल, शिक्षक और परिसर की सुरक्षा को लेकर अपनी चिंता प्रशासन के सामने रखी।
संचालकों की ओर से बंद के ऐलान के बाद शिक्षा विभाग और जिला शिक्षा अधिकारी ने चेतावनी जारी की थी तथा स्कूलों को बंद नहीं रखने का निर्देश दिया था, लेकिन चेतावनी का निजी स्कूलों पर कोई असर नहीं हुआ। सभी संचालकों ने स्कूलें बंद रख विरोध जताया।
निजी स्कूलों के बंद के ऐलान के बाद शनिवार और रविवार को शहर में चर्चा चलती रही कि स्कूल सोमवार को खुलेंगे या नहीं। सोमवार को स्कूल ऑटो और वैन चालक विद्यार्थियों को लेने नहीं पहुंचे। कई अभिभावक स्कूल पहुंचे तो यह बंद मिले।