दीपोत्सव पर्व की विधिवत शुरुआत शुक्रवार को धनतेरस से होगी। इस मौके पर शहर में स्वास्थ्य के देवता धनवंतरी की पूजा-अर्चना के साथ ही सूरत से बाहर जाने वाले लोग महालक्ष्मी पूजन भी विभिन्न मुहूर्त में करेंगे। धनतेरस पर लोग लग्न मुताबिक श्रेष्ठ मुहूर्त में पूजा करेंगे। धनतेरस एवं महालक्ष्मी पूजन के लिए आवश्यक सामग्री के अलावा नए वस्त्र, पटाखे, मिठाई आदि की खरीदारी के लिए भीड़ शहर के सभी क्षेत्र स्थित बाजार में दिखने लगी है। शुक्रवार को धनतेरस की पूजा से शुरू होने वाले दीपोत्सव पर्व के मौके पर रविवार को घर-घर रोशनी के दीप झिलमिलाएंगे और लोग लक्ष्मी माता की विधि-विधान से मुहूर्त में पंडितों से पूजा करवाएंगे। इसके बाद मंगलवार को अन्नकूट, गोवर्धन पूजा, बुधवार को भाईदूज के अलावा 18 नवम्बर को लाभ पंचमी का पर्व मनाया जाएगा।
– यूं रहेंगे पूजा के योग : आचार्य घनश्याम भारद्वाज ने बताया कि शुक्रवार को हस्त नक्षत्र में धनतेरस पर्व मनाया जाएगा। इस दौरान चौघडि़या मुहूर्त सुबह 6.45 से 8.11 बजे तक चर, सुबह 8.11 से 9.35 बजे तक लाभ, सुबह 9.35 से 10.59 बजे तक अमृत, दोपहर 12.22 से 1.45 बजे तक शुभ, शाम 4.35 से 5.58 बजे तक चर, रात 9.10 से 10.45 बजे तक लाभ एवं मध्यरात्रि 12 बजकर 23 मिनट से 2 बजे तक शुभ का चौघडि़या मुहूर्त रहेगा।
– शहर में रोशनी की चमक-दमक : दीपावली के मौके पर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में रंगरोगन के अलावा रोशनी की चमक-दमक दिखाई देने लगी है। सूरत कपड़ा मंडी के रिंगरोड कपड़ा बाजार, श्रीसालासर कपड़ा बाजार, मोटी बेगमवाड़ी कपड़ा बाजार के अलावा शहर के विभिन्न फ्लाइओवर ब्रिज, केबल ब्रिज और शॉपिंग मॉल, ज्वैलर्स प्रतिष्ठान समेत अन्य व्यावसायिक केंद्र भी रंगीन रोशनी से दमकने लगे हैं।
– बाजार में लोगों की भीड़ : शहर के विभिन्न क्षेत्र स्थित ज्वैलर्स, कपड़े, मिठाई समेत अन्य व्यावसायिक दुकान-प्रतिष्ठान में खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ दिखाई देने लगी है। मंगलवार को शहर के राजमार्ग, भागल, अडाजण, घोड़दौड़रोड समेत अन्य कई क्षेत्र के बाजार में सुबह से रात में देर तक चहल-पहल रहने लगी है। शहर के सभी क्षेत्रों में लोगों की चहल-पहल दीपावली से पहले तक यूं ही बनी रहने के आसार है।