के गर्भ में लडक़ी होने पर उसे गर्भपात के लिए महाराष्ट्र में अपने साथी डॉक्टर के पास भेज दिया था। बुलढाणा में उसके साथी डॉक्टर ने महिला का गर्भपात करवाया। जिसके चलते महिला की तबीयत बहुत अधिक बिगड़ गई। परिजन उसे बुलढाणा के सिविल अस्पताल ले गए।
मामला सामने आने पर इस संंबंध में बुलढाणा के बोरखेड़ी पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया था। इस बीच डॉक्टर वीरेन्द्र ने साईं प्रसूति गृह बंद कर दिया और फरार हो गया। महाराष्ट्र पुलिस ने उस दौरान सूरत में उसके संभावित ठिकानों पर दबिश भी दी लेकिन वह नहीं मिला। इस बीच एसओजी को मुखबिर से उसके लिम्बायत में होने की सूचना मिलने पर उसे गिरफ्तार कर लिया।
लिम्बायत में खोला था नया क्लीनिक पुलिस ने बताया कि नवागाम का अस्पताल बंद करने के बाद कुछ समय तक तो वीरेन्द्र अलग-अलग जगह छिप कर रहा। उसने अपना घर भी बदल लिया। कोरोना के बाद 2022 में उसने लिम्बायत थानाक्षेत्र के रणछोडऩगर में शिखा हॉस्पिटल के नाम से नया क्लीनिक खोल लिया था।———————–