CYCLONE N DARIYA GANESH समुद्री तूफान और दरिया गणेश के बीच क्या है खास रिश्ता? छह महीने के भीतर यह दूसरा अवसर है जब सूरत चक्रवात के भंवर में फंसता दिखा है। जून माह में आया वायु तो सूरत आने से पहले ही समुद्र में समा गया था। नवंबर में अब महा चक्रवात का खतरा सिर उठा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक छह से आठ नवंबर तक महा चक्रवात सूरत में तबाही मचा सकता है। इस दौरान भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। कहा गया है कि चक्रवात के दौरान 60 से 90 किमी प्रतिकिमी की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। इसे लेकर मनपा प्रशासन मुस्तैद हो गया है। मनपा प्रशासन और जिला प्रशासन ने अलग-अलग व संयुक्त बैठकें कर महा से निपटने की कार्ययोजना तैयार कर ली है।
MAHA CYCLONE क्या महा से बचाएगा दरिया गणेश? चक्रवात से निपटने के लिए मनपा प्रशासन ने दमकल टीम को अलर्ट पर रखा है। दमकल को रेस्क्यू के लिए अन्य उपायों के साथ ही बोट तैयार रखने और नाविकों को सतर्क रहने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही सूरत, चौर्यासी, ओलपाड व समुद्र किनारे के करीब 70 गांवों को भी चेतावनी जारी कर बाहर न निकलने और समुद्र में न जाने के लिए कहा गया है। किसी भी आपदा में राहत पहुंचाने के लिए कंट्रोल रूम खोला जाएगा, जो 24 घंटे काम करेगा।
इसके साथ ही जर्जर बहुमंजिला इमारतों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। बड़े और पुराने पेड़ गिर सकते हैं, इसलिए लोगों को पेड़ के नीचे न खड़े होने के लिए सतर्क किया गया है। मनपा प्रशासन ने कंस्ट्रक्शन साइट्स पर मौजूद क्रेन व जोखिम वाले अन्य उपकरणों को भी सुरक्षित स्थानों पर रखने के निर्देश दिए हैं। निजी व सरकारी इमारतों पर लगे बड़े होर्डिंग्स की मजबूती की जांच करने और कमजोर होर्डिंग्स को उतारने के निर्देश दिए गए हैं। इस बीच मनपा प्रशासन ने दिनभर में विभिन्न जोनों में लगे 58 होर्डिंग्स एहतियातन उतार लिए हैं।