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सूरत

रविवार को भी खुले मनपा दफ्तर, हुआ कर संग्रहण, मिलाया हिसाब

कैपिटल खर्च मद में आंकड़ा २०९३ करोड़ तक, प्रॉपर्टी टैक्स मेें १०१३.१८ करोड़ की वसूली

सूरतApr 01, 2019 / 09:09 pm

विनीत शर्मा

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टैक्सटाइल मार्केट की लीज को बढ़ाने पर फैसला कल

सूरत. वित्त वर्ष 2018-19 के अंतिम दिन 31 मार्च को रविवार के अवकाश के बावजूद मनपा मुख्यालय समेत मनपा के नागरिक सुविधा केंद्र और अन्य कार्यालय देर रात तक खुले रहे। कर विभाग ने जहां वित्त वर्ष के अंतिम क्षणों तक आंकड़े सुधारे वहीं, अन्य विभागीय अधिकारियों ने भी खर्च के संशोधित विवरण अकाउंट विभाग को सौंपे। विभिन्न जोन में नागरिक सुविधा केंद्रों पर भी कर संग्रहण किया गया। कैपिटल खर्च के मद में आंकड़ा 1926 करोड़ तक पहुंचा। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में 167.99 करोड़ रुपए के खर्च के साथ यह आंकड़ा 2093 करोड़ रुपए तक पहुंच गया। प्रॉपर्टी टैक्स मेें मनपा ने 1013.18 करोड़ की वसूली की।
वित्त वर्ष 2018-19 का अंतिम दिन होने के कारण मनपा मुख्यालय में रविवार को अवकाश के बावजूद अधिकारी दफ्तर में मौजूद रहे। अंतिम दिन प्रॉपर्टी टैक्स के मद में मनपा का आंकड़ा 1013.18 करोड़ रुपए तक पहुंच गया। व्हीकल टैक्स में 91.69 करोड़ और प्रोफेशनल टैक्स के मद में 150.60 करोड़ रुपए की वसूली की। व्हीकल और प्रोफेशनल टैक्स में मनपा ने लक्ष्य से अधिक राजस्व अर्जित किया है। मनपा प्रशासन ने वित्त वर्ष 2017-18 में प्रॉपर्टी टैक्स मेें 850 करोड़ रुपए की वसूली की थी। इसके अलावा व्हीकल टैक्स में 84 करोड़ रुपए से अधिक और प्रोफेशनल टैक्स के मद में 140 करोड़ रुपए से अधिक की वसूली की थी। कैपिटल खर्च में मनपा प्रशासन 1600 करोड़ रुपए पर अटक गया था। बीते वित्त वर्ष में मनपा को कैपिटल खर्च को संशोधित कर १८०० करोड़ रुपए का लक्ष्य दिया गया था।
फिर अटका कैपिटल खर्च
कैपिटल खर्च के मद में मनपा प्रशासन एक बार फिर संशोधित लक्ष्य से पहले ठिठकता दिखा। मनपा बोर्ड ने वित्त वर्ष 2018-19 के लिए कैपिटल खर्च के आंकड़ों को संशोधित करते हुए 2030.55 करोड़ रुपए पर सीमित किया था। आयुक्त ने रिव्यू बैठकों में भी नियमित रूप से इसकी समीक्षा की थी। इसके बावजूद कैपिटल खर्च के मामले में मनपा का आंकड़ा 1926 करोड़ रुपए पर थम गया। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पर हुए खर्च ने इसे दो हजार करोड़ रुपए के पार पहुंचाया।
बैंक भी दिनभर खुले रहे

रविवार को वित्तीय वर्ष 2018-19 का अंतिम दिन होने के कारण कई लोगों के इनकम टैक्स, जीएसटी आदि के कामकाज को लेकर बैंक पूरे दिन खुले रहे। बैंकिंग सूत्रों के अनुसार केन्द्र सरकार ने लोगों की सुविधा के लिए सभी बैंकों को 31 मार्च को खुले रखने का निर्देश दिया था। रविवार को राष्ट्रीयकृत और प्राइवेट बैंक खुले रहे। कई लोगों ने आयकर और जीएसटी के चैक क्लीयरिंग के लिए जमा करवाए। एक अप्रेल को बैंक बंद रहेंगे। उल्लेखनीय है कि एक अप्रेल से विजया बैंक और देना बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय हो जाएगा। सरकार के इस फैसले का काफी विरोध हुआ, लेकिन बात नहीं बनी।
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