पश्चिम रेलवे के आइजी ए.के. सिंह ने ट्रेनों में चोरियों पर अंकुश लगाने के लिए टीओपीबी नाम की टीम बनाई है। यह टीम सूरत के एएससी राकेश पांडेय के निर्देश पर स्टेशन परिसर में तैनात रहती है और लम्बी दूरी की ट्रेनों में सफर करने वाले संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखती है। टीओबीपी टीम के उप निरीक्षक भूपत सिंह चौहाण, हेड कांस्टेबल हरनाथ गुर्जर, कांस्टेबल अमीचंद जाट और मनोज मीना के साथ रेलवे सुरक्षा बल की डी कॉय टीम सोमवार रात प्लेटफॉर्म संख्या दो-तीन पर गश्त लगा रही थी। उन्होंने एक संदिग्ध व्यक्ति को बैग लेकर जाते देखा।
उसे रुकने के लिए कहा गया तो वह भागने लगा। रेलवे सुरक्षा बल ने उसे पकड़ कर बैग की तलाशी ली तो अलग-अलग कंपनियों के छह मोबाइल मिले। पूछताछ में उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। उसका नाम इरफान शकुर तेली (२९) बताया गया है। वह अहमदाबाद के जमालपुर का निवासी है।
रेलवे सुरक्षा बल की पूछताछ में उसने कबूल किया कि उसने अलग-अलग ट्रेनों में सफर के दौरान मोबाइल चुराए थे। बरामद मोबाइल फोन की कीमत पचास हजार रुपए से अधिक बताई गई है। टीओपीबी टीम ने सोमवार रात ही प्लेटफॉर्म संख्या एक पर झालावाड़ (राजस्थान) निवासी मनोज उर्फ टोनी कुमावत मंगल सिंह (19) को गिरफ्तार किया।
उसके पास एक लेडीज पर्स मिला, जो उसने सूरत स्टेशन पर लखनऊ-बांद्रा टर्मिनस एक्सपे्रस के कोच एबी-1 की सीट नं.13, 14 और 15 से चोरी किया था। यात्री मनन विमल से संपर्क कर पर्स की जानकारी जुटाई गई। पर्स में नकद 40 हजार रुपए, दो सोने की अंगूठियां और एक आधार कार्ड था। मनन वापी स्टेशन पर उतरकर वापस सूरत आया तथा पर्स और सामान की पहचान की।