पुलिस के मुताबिक, पांडेसरा गोवालक नगर निवासी श्रमिक परिवार की तीन वर्षीय बच्ची का गत 17 जनवरी को अपहरण हो गया था। उनके परिवार का परिचित संजय रावल नाम के युवक कुछ देर खेलने के बहाने उसे ले गया था और फिर लौटकर नहीं आया। बच्ची के पिता से शिकायत मिलने पर पुलिस तलाश में जुट गई। लेकिन कोई सुराग नहीं मिला बच्ची के पिता पर फिरौती आदि के लिए कोई कॉल भी नहीं आया। पुलिस को संजय का भी कोई ठोस सुराग नहीं मिला। पुलिस ने रेलवे स्टेशनों, बस स्टैण्ड्स, होटलों, हाइवे के रेस्टोरेंट सभी जगह बच्ची के पोस्टर लगवाए और सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले। संजय कैटरिंग का काम करता था।
इसलिए पुलिस ने शहर के सभी कैटरिंग वालों से भी पूछताछ की। लंबी मशक्कत के बाद आखिरकार पुलिस को मुखबिर से उसकी सूचना मिली। पुलिस ने खेडा के मूल निवासी संजय को कामरेज ब्रिज के नीचे से गिरफ्तार कर लिया। उससे पूछताछ के आधार पर पंचमहाल जिले के कातोली गांव में रहने वाले उसके रिश्तेदार के यहां से अपहृत बच्ची को भी सकुशल मुक्त करवा लिया।
पुलिस संजय से अपहरण का मकसद जानने में जुटी है, लेकिन वह अभी तक इस बारे में स्पष्ट रूप से कुछ बता नहीं रहा है। वह लगातार पुलिस को अलग-अलग बयान दे रहा है। हालांकि सूत्रों का कहना हैं कि संजय ने पुलिस को बताया है कि उसकी कोई संतान नहीं होने के कारण उसने बच्ची का अपहरण किया था। पुलिस को उसकी बात गले नहीं उतर रही है।