भागल पर निकली कई सारी शोभा यात्रा में भक्त गण व्यसन मुक्ति, रक्तदान, अंगदान, स्वच्छता, पर्यावरण सुरक्षा , कोरोना से सावधान रहने के संदेश देते नजर आए।
– बग्गियों और डीजे-बैंड वालों की भी हो गई चांदी:
हर साल विसर्जन यात्रा में ट्रक और ट्रेक्टर नजर आते हैं। इस साल तो श्रीजी की शोभायात्रा में बड़ी संख्या में बग्गियां भी भागल पर नजर आई। साथ में कई शोभायात्रा में डीजे और बैंड वाले भी थे। श्रीजी ने जाते जाते इनकी भी चांदी कर दी।
– नाश्ते की लारियों की भी हो गई कमाई:
राजमार्ग पर जगह जगह नाश्ते की कई लारियां लेकर लोग खड़े थे। इन लारियों पर खाने की चीजों की सुबह से लेकर रात तक जमकर बीकरी हुई। नाश्ते वालों की भी अच्छी कमाई हो गई।
विशालकाय श्रीजी के आते ही मार्ग की रौनक बढ़ गई:
इस साल बेगमपुरा, महिधरपुरा, सलाबतपुरा, गोलवाड़ और नाना अंबाजी के कई गल्ली – महल्लो में 20 से 30 फीट के विशाल काय श्रीजी की स्थापना की गई थी। शाम 4 बजे के बाद चारो तरफ से राजमार्ग पर एक साथ विशाल श्रीजी की विसर्जन यात्रा निकली। एक साथ कई सारी बड़ी प्रतिमाओं को देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। गणपति बप्पा मोरिया के नारों से भागल गूंज उठा। जैसे भागल पर विशालकाय श्रीजी के आने पर रौनक लौट आई हो वैसा नजारा देखने मिला।
शेरी – मोहल्लों में हुआ विसर्जन:
चौक बाजार से लेकर स्टेशन विस्तार के कई शेरी – मोहल्लों में 3 फीट से भी छोटी प्रतिमाओं की स्थापना की गई थी। कई घरों में भी भक्तों ने श्रीजी की प्रतिमा स्थापित की थी। कुत्रिम तालाब जाने की जगह कई भक्तों ने घर आंगन में ही श्रीजी का वेद मंत्रों के साथ विसर्जन किया। विसर्जन के पानी को घर घर गमलों में तो गल्ली और मंदिरों के वृक्षों में अर्पित किया गया।