पश्चिम रेलवे के मुम्बई रेल मंडल में उत्कृष्ट परियोजना के अंतर्गत छह ट्रेनों की रैक को 31 मार्च तक अपग्रेड किए जाने का टारगेट है। सूरत स्टेशन यार्ड के कोच केयर सेंटर में उत्कृष्ट परियोजना के अंतर्गत पहली ट्रेन १९०५३ सूरत-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस को तैयार कर २८ दिसम्बर को चलाया गया था। अब कोच केयर सेंटर में १२९२२/१२९२१ सूरत-मुम्बई फ्लाइंग रानी एक्सप्रेस को तैयार किया गया है। इस ट्रेन के यात्री अपग्रेड कोच में बेहतर यात्रा अनुभव के साथ सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे। सूरत स्टेशन निदेशक सी.आर. गरूड़ा ने बताया कि सूरत डिपो में शॉर्ट टर्म में रैक तैयार करने का रिकॉर्ड बनाया है। फ्लाइंग रानी एक्सप्रेस के कुछ कोच डबल डेकर हैं। इन्हें नए तरीके से तैयार करने में कर्मचारियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
उन्होंने बताया कि रेलवे में पहले चरण में 66 जोड़ी ट्रेनों की 140 रैक अपग्रेड करने का लक्ष्य है। इस परियोजना के अंतर्गत प्रति रैक 60 लाख रुपए की लागत से पश्चिम रेलवे में 20 रैक को अपग्रेड किया जा रहा है। पश्चिम रेलवे में राजधानी और शताब्दी एक्सप्रेस के बाद मेल एक्सप्रेस श्रेणी में सूरत-मुम्बई फ्लाइंग रानी एक्सप्रेस एसी चेयरकार कोच में यात्रियों को वाइ-फाइ सुविधा देने वाली पहली ट्रेन है।
उधना-दानापुर एक्सप्रेस रैक का काम शुरू होगा
सूरत कोच केयर सेंटर में सूरत-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस, वलसाड-पुरी एक्सप्रेस, सूरत-मुम्बई फ्लाइंग रानी एक्सप्रेस के नवीनीकरण तथा अपग्रेडेशन का कार्य पूरा कर लिया गया है। दूसरे चरण में उधना-दानापुर एक्सप्रेस, वलसाड-हरिद्वार एक्सप्रेस, बांद्रा-भुज एसी एक्सप्रेस की रैक को अपग्रेड करने की योजना है। सभी अपग्रेड रैक को 31 मार्च तक सेवा में शामिल करने का लक्ष्य है।
यह हैं अपग्रेडेड रैक की विशेषताएं
कोच का बाहरी भाग गहरा पीले तथा भूरे लाल रंग वाली उत्कृष्ट कलर स्कीम के अंतर्गत एंटी ग्रेफिटी पीयू पेंट से रंगा गया है।
कोच में प्रकाश स्तर दुगुना करने के लिए एलइडी लाइट।
वातानुकूलित डिब्बों के गैंग-वे तथा शौचालय के आसपास के एरिया में दीवारों पर कलर विनायल फिल्म।
उत्कृष्ट लोगो के साथ हाइ रिजोलुशन वाले हेरिटेज/मनोहर दृश्यों वाले पोस्टर।
फ्लशिंग को बेहतर बनाने के लिए अच्छी क्वॉलिटी के ब्रांडेड डुअल फ्लश वॉल्व।
पानी की बचत के लिए टू-वे लॉन्ग बॉडी बीब टोटियां।
टॉयलेट में वायु के बेहतर सर्कुलेशन तथा बदबू कम करने के लिए वेंटिलेशन प्रणाली।
एसी कोच के टॉयलेट में ऑटोमेटिक हाइजीन एवं गंध कंट्रोल प्रणाली।
सभी डिब्बों के पाश्चात्य शैली के टॉयलेट में अच्छी क्वॉलिटी की सीट एवं कवर।
रात को चमकने वाले रैक्ट्रो रिफ्लेक्टिव डेस्टिनेशन बोर्ड तथा कोच नम्बर प्लेट।
बायो टॉयलेट में ‘क्या करें, क्या न करें’ सम्बंधी लघु उद्घोषणा प्रणाली