दानापुर-उधना एक्सप्रेस हर बुधवार और रविवार को दानापुर से शाम ४.४० बजे रवाना होती है। यह रात ८.१३ बजे नंदुरबार पहुंचती है और वहां से ८.१८ बजे रवाना होने के बाद रात १०.४५ बजे सीधे उधना पहुंचती है। सोमवार रात ट्रेन नंदुरबार से रवाना होने के बाद उधना आ रही थी। चलथान स्टेशन पार करने के दौरान इंजन ट्रेक के बीचों-बीच रखे लोहे के एंगल से टकरा गया। एंगल इंजन के साथ घिसटता हुआ काफी दूर तक गया। इंजन से आवाज आने पर चालक ने ट्रेन रोकने का प्रयास किया, लेकिन हॉज पाइप में रिसाव के कारण इंजन फेल हो गया।
हादसा रेलवे ट्रेक किमी नं. ११/९ के नजदीक अप लाइन पर हुआ था। इसकी जानकारी स्टेशन मास्टर को दी गई। स्टेशन मास्टर ने चलथान में खड़ी एक मालगाड़ी का इंजन दानापुर-उधना एक्सप्रेस में लगाकर ट्रेन को रवाना करने के निर्देश दिए। हादसे के कारण दानापुर-उधना एक्सप्रेस करीब एक घंटे तक खड़ी रही। बाद में रेलवे सुरक्षा बल और रेलवे पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे।
सूरत रेलवे पुलिस के उप निरीक्षक उस्मान सोलंकी ने मामले की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने बताया कि हादसे से पहले एक मालगाड़ी गुजरी थी। इस मालगाड़ी का कोई पार्ट ट्रेक पर गिरने की आशंका जताई जा रही है। हादसे वाली जगह के नजदीक ओवरब्रिज भी है। अधिकारियों ने ओवरब्रिज से लोहे का एंगल ट्रेक पर गिरने की आशंका भी जताई है।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
सूरत और उधना स्टेशन के पास अवैध कार्य करने वाले लोग ट्रेन को पटरी से उतारने के लिए इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते रहे हैं। गोल्डन टेम्पल, अहिंसा एक्सप्रेस के साथ इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। ऐसी घटनाओं में ट्रेन पटरी से उतरने की आशंका रहती है। ट्रेक के किनारे झोपड़पट्टियों में शराब और गांजे का अवैध व्यापार होता है।
अहमदाबाद-हावड़ा एक्सप्रेस में धुआं उठा तो खींची चेन
अहमदाबाद-हावड़ा एक्सप्रेस के जनरल कोच में ट्यूबलाइट के नजदीक धुआं निकलता देख यात्रियों ने जंजीर खींच कर ट्रेन रोक दी। बारडोली स्टेशन से रेल कर्मचारी को नंदुरबार तक के लिए कोच में नियुक्त कर चालीस मिनट देरी से ट्रेन रवाना की गई। अहमदाबाद-हावड़ा एक्सप्रेस रोज अहमदाबाद से रात १२.१५ बजे रवाना होकर ४.१५ बजे सूरत, ४.३२ बजे उधना और ४.५९ बजे बारडोली पहुंचती है। मंगलवार को यह ६.३१ बजे बारडोली पहुंची। इंजन के पीछे लगे जनरल कोच से यात्रियों ने जंजीर खींच कर ट्रेन रोक दी थी।
बारडोली स्टेशन मास्टर लालचंद सैनी कोच पर पहुंचे, जहां यात्रियों ने धुआं निकलने की शिकायत की थी। कोच की इलेक्ट्रिक सप्लाई बंद कर दी गई। कोच की प्राथमिक जांच के बाद स्टेशन मास्टर ने प्वॉइंट्समैन प्रवीण पटेल, रेलवे सुरक्षा बल तथा रेलवे पुलिस के एक-एक जवान को कोच में नंदुरबार तक जाने के लिए नियुक्त किया। रेल कर्मचारियों ने बाद में धुआं नहीं निकलने की रिपोर्ट दी है।