मुख्यमंत्री दौरे से पूर्व फोन करके पूछा…’तुम्हे चाहिए टोसिलिजुमाब इंजेक्शन’, आवेदक बोले- ‘मरीज स्वस्थ होकर लौट गया’
सूरत. शहर के निजी अस्पतालों में भर्ती कोरोना के गंभीर मरीजों को टोसिलिजुमाब इंजेक्शन देने के लिए न्यू सिविल अस्पताल में 145 आवेदन पेडिंग थे। मुख्यमंत्री दौरे के पहले जरुरतमंदों को टोसिलिजुमाब इंजेक्शन देने के लिए फोन पर इन्क्वायरी शुरू की गई, लेकिन कई आवेदकों ने इंजेक्शन लेने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि कई मरीज स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं। कुछ ने कहा कि उनके मरीज की हालत पहले से बेहतर है, इसलिए अब इंजेक्शन की जरूरत नहीं है। इस बीच, दो-तीन दिनों में न्यू सिविल अस्पताल से 64 से अधिक कोरोना मरीजों के लिए टोसिलिजुमाब इंजेक्शन आवंटित किए गए। इसके बाद भी 80 आवेदन कलेक्टर कार्यालय से एम्प्रुवल मिलने के बाद भी पेडिंग है, लेकिन उन्हें लेने कोई नहीं आ रहा।
अनलॉक-2.0 में शहर में सबसे अधिक कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ी है। प्रदेश स्वास्थ्य विभाग कोरोना मरीजों को दवाई और इंजेक्शन उपलब्ध करवाने का दावा कर रहा है। जुलाई के शुरूआत में शहर में गंभीर कोरोना मरीजों के लिए जरूरी टोसिलिजुमाब इंजेक्शन की कमी देखी गई थी। सरकारी अस्पतालों से निजी अस्पताल में रैफर हुए मरीजों को इंजेक्शन लाने के लिए न्यू सिविल अस्पताल भेजा जाता था। सप्लाई में कमी के चलते इंजेक्शन कम संख्या में उपलब्ध थे। उस समय मरीजों की मेडिकल स्टोर के सामने टोसिलिजुमाब इंजेक्शन लेने के लिए लाइन लग जाती थी, लेकिन अब मरीजों के लिए इंजेक्शन उपलब्ध है। मुख्यमंत्री दौरे से पहले इंजेक्शन की कमी का मुद्दा न उठे, इसलिए सभी जरुरतमंद आवेदकों को फोन करके सूचना दी गई। न्यू सिविल अस्पताल के आरएमओ डॉ. केतन नायक के बताया कि पिछले दिनों 145 टोसिलिजुमाब इंजेक्शन लेने के लिए आवेदन कलेक्टर कार्यालय से एप्रुवल होकर आए थे, लेकिन अब ज्यादातर लोगों ने टोसिलिजुमाब इंजेक्शन की जरूरत से मना कर दिया है। उनका कहना था कि मरीज स्वस्थ होकर घर लौट आया है।
न्यू सिविल अस्पताल से शुक्रवार, शनिवार और रविवार को तीन दिनों के दौरान 64 से अधिक कोरोना मरीजों के लिए टोसिलिजुमाब इंजेक्शन दिए गए। जबकि 80 आवेदनों पर लेने आने या नहीं आने का संशय बना हुआ है। डॉ. नायक ने बताया कि न्यू सिविल अस्पताल में अभी 45 इंजेक्शन का स्टॉक उपलब्ध है। निजी अस्पतालों में भर्ती कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए अब टोसिलिजुमाब इंजेक्शन की कमी नहीं है। गौरतलब है कि, पिछले दिनों टोसिलिजुमाब इंजेक्शन नहीं मिलने के कारण कोरोना मरीजों के मौत के मामले सामने आए थे। उस दौरान सोशल मीडिया पर कई वीडियो भी वायरल हुए थे। लेकिन अब टोसिलिजुमाब, इटोलिजुमाब और रेमडेसिविर इंजेक्शन आ जाने से मरीजों को थोड़ी राहत मिली है।
सिविल के मरीजों के लिए इंजेक्शन रिजर्व मेंन्यू सिविल अस्पताल में 390 कोरोना मरीज उपचाराधीन हैं। इसमें 282 मरीजों में ऑक्सीजन लेवल कम है। वहीं, 43 बाइपेप तथा 16 को वेंटिलेटर पर रखा है।
निजी अस्पताल के मरीजों को नि:शुल्क इंजेक्शनटोसिलिजुमाब इंजेक्शन विदेश से आयात होना वाला इंजेक्शन है। इसकी बाजार कीमत करीब 40,545 है, लेकिन सरकार को यह इंजेक्शन कुछ कम रुपए में मिलता है। अब तक निजी अस्पतालों में भर्ती कोरोना मरीजों को न्यू सिविल अस्पताल से टोसिलिजुमाब खरीदने के लिए 30,870 रुपए रोगी कल्यान समिति में भरवाये जाते थे। लेकिन अब सरकार ने इसमें बदलाव किया है। अब सरकारी अस्पताल से निजी अस्पताल में शिफ्ट मरीज को टोसिलिजुमाब इंजेक्शन नि:शुल्क दिया जाएगा। इसके लिए कलेक्टर कार्यालय से टोसिलिजुमाब कमेटी से एम्प्रुवल के बाद निजी अस्पताल को लेटर जारी करना होगा। इसमें परिजनों को मरीज के ट्रांसफर चिट्ठी लाने के लिए भी कहा गया है। फर्मासिस्ट उसी लेटर व फोटो आइडी के आधार पर परिजनों को नि:शुल्क टोसिलिजुमाब इंजेक्शन देंगे।
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