पुलिस की माने तो आरोपी मोहम्मद रूबेल हुसैन अंसारी (24) बांग्लादेश के जेशौर जिले के दुमदिया गांव का मूल निवासी है। वह 2018 में पश्चिमी बंगाल की पुटखली सीमा पर स्थित नदी पार कर अवैध रूप से भारत में घुसा था। कुछ समय तक उसने मेहरपुर, मुंबई हैदराबाद, कर्नाटक के गुलबर्गा की अलग अलग कंपनियों में काम किया।
उसके बाद 2021 में वह सूरत आ गया। यहां अलग अलग कारखानों में कपड़े प्रेस करने का काम करता था और उधना तीन रास्ता के निकट जलाराम कंपाउन्ड में रहता था। उसके बारे में मुखबिर से सूचना मिलने पर उसे गिरफ्तार कर लिया।
उसके कब्जे से मोहम्मद कासिम अंसारी नाम से भारतीय आधारकार्ड, पेनकार्ड समेत अन्य फर्जी कागजात भी बरामद हुए हैं। इसके अलावा मोहम्मद रुबेल नाम की बांग्लादेशी पहचान से जुड़े बांग्लादेश के स्कूल व कॉलेज के शैक्षणिक प्रमाण पत्र भी मिले है। प्राथमिक पूछताछ में उसने भारत में अवैध रूप से घुसपैठ करना कबूल किया है।
फर्जी पहचान पर खुलवा लिया बैंक खाता पुलिस ने बताया कि मुंबई में रहने के दौरान एक बांग्लादेशी एजेन्ट शरीफुल इस्लाम ने उसे मुंबई के एक एजेन्ट खालिद शेख का नम्बर दिया था। खालिद ने उसका मोहम्मद कासिम इस्लाम के नाम से उसका फर्जी आधारकार्ड और पेनकार्ड बनवाया था। इन पहचान पत्रों के आधार पर उसने पेटीएम बैंक का कार्ड भी ले लिया था तथा बैंक ऑफ बडौदा में अपना खाता भी खुलवा लिया था।
मोबाइल में मिली संदिग्ध सामग्री उसके एन्ड्राइड मोबाइल फोन में कट्टरपंथी विचारधारा से जुड़ी सामग्री मिली हैं। इसके अलावा कई ऐसी एप्स भी मिली है, जिन्हें आसानी से ट्रेक नहीं किया जाा सकता हैं। इस बारे में क्राइम ब्रांच ने खुफिया एजेन्सियों को जानकारी दे दी है। उसके आर्थिक लेने के साथ साथ वह भारत में किन किन लोगों के संपर्क में था। इसके बारे में पुलिस व सुरक्षा एजेन्सियां जानकारी जुटा रही है।