पुलिस के मुताबिक वेसू गोयंका स्कूल के पास संदिग्ध हालात में अबु बकर अली उर्फ अलीम हक को संदिग्ध हालात में पकड़ा। उसके कब्चे से भारतीय आधारकार्ड, बांग्लादेश का नेशनल आइडी कार्ड, बांग्लादेश का जन्म प्रमाण पत्र व दो मोबाइल फोन बरामद हुए। प्राथमिक पूछताछ में उसने बताया कि वह बांग्लादेश के नारायण गंज जिले के बेल्दी गांव का निवासी है। 2015 में अवैध रूप सीमा पार कर भारत आया था।
अहमदाबाद में अपनी पहचान बदल कर रह रहा था। वहीं पर गौतम नाम के युवक से फर्जी आधारकार्ड बनाया था। अहमदाबाद के वटवा औद्योगिक क्षेत्र में कपड़े के कारखाने में काम किया। काम छूटने के कारण वह सूरत में नए काम की तलाश में आया था।
अल कायदा के वांछित आंतकी से लेनदेन पुलिस ने बताया कि अबु बकर एनआइए द्वारा वांछित घोषित किए गए अल कायदा के आतंकी हुमायूं खान के संपर्क में था। हवाला के जरिए उसने हुमायूं को बांग्लादेश में रुपए भी भेजे थे। उल्लेखनीय है कि कुछ समय पूर्व गुजरात एटीएस ने अहमदाबाद से अल कायदा के कुछ आतंकियों को गिरफ्तार किया था। वे युवाओं का ब्रेन वाश करते थे।
हुमायूं भी उन आतंकियों से जुड़ा था और हवाला के जरिए होने वाली फंडिंग का काम संभालता था। अपने साथियों के पकड़े जाने पर वह बांग्लादेश भाग गया था। अबु बकर ने बताया कि हुमायूं से अहमदाबाद में ही उसका परिचय हुआ था। उसका अल कायदा से कोई लेना देना ही है। उसने हुमायूं के जरिए बांग्लादेश में अपने परिजनों को रुपए भेजे थे।