वह बांग्लादेश के खुलना जिले के किस्मत कुरीघटा गांव का निवासी है। वह 2021 में एक एजेन्ट के जरिए पश्चिमी बंगाल में अवैध रूप से सीमा पार कर भारत में घुसा था। वहां से कोलकाता होते हुए सूरत पहुंचा। भारतीय पहचान बनाने के लिए उसने फर्जी आधार कार्ड बना लिया था तथा उसका उपयोग कर मोबाइल सिमकार्ड भी खरीद लिया था।
वह भेस्तान आवास इलाके में रह रहा था और भीख मांग कर अपना गुजारा करता था। उसके बारे में मुखबिर से सूचना मिलने पर उसे भेस्तान आवास से गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ डिंडोली पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है।
यहां उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पूर्व रांदेर के रामनगर इलाके से बांग्लादेशी घुसपैठिया पकड़ा गया था। जिसने तीन फर्जी आधार कार्ड बना रखे थे। वह मुस्लिम होने के बावजूद हिन्दू बन कर यहां रह रहा था।
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