इस अवसर पर शिक्षा मंत्री (School education minister) ने कहा कि भारत सरकार के जनजाति कल्याण विभाग एवं प्रदेश सरकार द्वारा परस्पर सहयोग के साथ क्षेत्र में शिक्षा के विकास के लिए जनजाति क्षेत्रों में एकलव्य आवासीय विद्यालय, प्रयास विद्यालय, आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम उत्कृष्ट विद्यालय की स्थापना कर शिक्षा का स्तर सुधारने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है।
राज्य सरकार ने मेरिट लिस्ट में आने वाले बच्चों को हेलीकॉप्टर से रायपुर शहर का भ्रमण कराने एक नई पहल की गई है। केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने सर्वप्रथम क्षेत्र के लोगों को एकलव्य विद्यालय भवन के लिए बधाई दी। साथ ही भारत सरकार द्वारा क्षेत्र के विकास के लिए किए जा रहे जन कल्याणकारी योजनाओं व जनजातीय विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी।
उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों व शिक्षकों से देश का भविष्य बनाने के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में किए गए पंचप्राण में से कर्तव्य का निर्वहन करने का आग्रह करते हुए कहा कि हम जितनी तत्परता से अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करते हैं उतनी ही जिम्मेदारी से अपने कर्तव्यों का भी निर्वहन करना चाहिए।
उन्होंने जनप्रतिनिधियों से एकलव्य आवासीय विद्यालय निर्माण कार्य की सतत निगरानी करने कहा ताकि गुणवत्तापूर्ण स्कूल भवन छात्र-छात्राओं को मिले। इस दौरान ब्लॉक कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष सतीश चौबे, बनवारी गुप्ता, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राजेश गुप्ता, अनिल गुप्ता, नवीन जयसवाल शक्कर कारखाना उपाध्यक्ष जितेंद्र दुबे, विपिन जायसवाल, बलवीर यादव, अवधेश सिंह, नगर पंचायत अध्यक्ष कंचन सोनी, बीजू दासन, जिला पंचायत सदस्य लवकेश पैकरा, भाजपा मंडल अध्यक्ष अक्षय तिवारी,
अंबिका जायसवाल, सांसद प्रतिनिधि नवीन सोनू जायसवाल, मुकेश तायल, प्रफुल्ल गुप्ता, अवधेश पांडे, भाजपा एवं कांग्रेस के नेता सहित एसडीओपी अमोलक सिंह, थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह, जनपद पंचायत सीईओ निजामुद्दीन, खंड शिक्षा अधिकारी एमएस ध्रुव, राकेश मोहन मिश्रा सहित स्थानीय लोग उपस्थित थे।
जमीन पर बैठ गईं जिपं अध्यक्ष, डीडीसी व सभापति
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष राजकुमारी शिव भजन मरावी एवं जिला पंचायत सदस्य एवं सभापति मंजू मिंज का नाम आमंत्रण कार्ड में नहीं था। इसके बाद भी जिपं अध्यक्ष वहां पहुंचीं। बैठने के लिए कुर्सी नहीं होने के कारण नाराजगी व्यक्त की और वहीं जमीन पर बैठ गईं। जनप्रतिनिधियों ने उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकिन वे वहां से चली गईं। जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष भी मौके से चले गए।
वहीं मंत्री प्रेमसाय सिंह का फोटो भी बैनर पर नहीं लगा था। इस पर शिक्षामंत्री ने सहायक आयुक्त विश्वनाथ रेड्डी को फटकार लगाई और कहा कि अधिकारियों की ऐसी मनमानी उचित नहीं है। अधिकारी अपना रवैय्या सुधारें। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रोटोकॉल के तहत जिला पंचायत अध्यक्ष का नाम आमंत्रण कार्ड में होना चाहिए और वह सभा स्थल पर पहुंची तो सम्मान से बैठाना चाहिए था।
केंद्रीय राज्य मंत्री भी भडक़ीं
केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने भी अधिकारियों को खरी-खोटी सुनाते हुए कहा कि अधिकारियों के द्वारा किया गया जनप्रतिनिधियों का अपमान व शिक्षा मंत्री का स्टेज पर लगे हुए फ्लेक्सी में फोटो नहीं होना लापरवाही को दर्शाता है।