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CG Elephant News: रिहायशी इलाके में हाथियों का उत्पात जारी, एक माह में 13 लोगों की मौत… इसमें पहले में दो और दूसरे में पांच हाथी शामिल हैं। इनमें से कुछ दिनों पूर्व दो
हाथियों वाला दल वन परिक्षेत्र प्रतापपुर में बड़े पैमाने पर जानमाल का नुक़सान पहुंचा चुका है। वर्तमान यह दोनों दल वन परिक्षेत्र घुई से लगे रमकोला स्थित तमोर पिगला अभ्यारण्य में विचरण कर रहा है। अंधेरा होते ही यह दोनों दल तमोर पिगला अभ्यारण्य से निकल वन परिक्षेत्र घुई की ग्रामीण बस्तियों में प्रवेश कर जाते हैं।
ग्रामीणों के अनुसार शनिवार को शाम सात बजे के करीब दो हाथी चमरहटपारा में स्थित
ग्रामीणों के खेतों में पहुंच गया थ्रा। दंतैलों ने किसान मो. सत्तार, गफ्फार, खलील, इस्माइल, इलाकत व हानिब की धान की फसल को खाने के साथ ही बुरी तरह से रौंदकर तहस-नहस कर दिया।
पांच हाथियों के दल ने जमकर मचाया उत्पात
ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों ने जब फसलों पर हमला बोला तब वे अपनी फसलों को बचाने लगातार शोर मचाते रहे। वहीं वन परिक्षेत्र घुई का कोई भी अधिकारी या कर्मचारी मौके पर नजर नहीं आया। वन अमले की ये लापरवाही की हद ही है कि ग्रामीणों को हाथियों की आमद की कोई सूचना भी नहीं दी गई थी। वहीं दूसरी ओर पांच हाथियों वाले दल ने भी उसी रात वन परिक्षेत्र घुई के ही ग्राम धुरिया में प्रवेश कर जमकर उत्पात मचाया।
धान की खड़ी फसल बर्बाद
दल ने किसान रामकृपाल, रामकुमार, रामप्रसाद, रामसाय, मोटू व ननकू की धान की खड़ी फसल को बर्बाद कर दिया। इस दौरान भी वन विभाग का कोई भी जिम्मेदार मौके पर मौजूद नहीं था। फसल चौपट करने के बाद यह दल एक ग्रामीण रामप्रसाद अगरिया के मकान को क्षतिग्रस्त कर उसमें रखी खाने पीने की सामग्री व अन्य वस्तुओं को नष्ट कर दिया।
मुआवजा दिलाने का दिया आश्वासन
गनीमत रही कि हाथियों की चिंघाड़ सुनकर ग्रामीण व उसके परिजन पहले ही अपनी जान बचाकर मकान से बाहर निकल चुके थे। बताया जा रहा है कि उक्त ग्रामीण आर्थिक रूप से काफी कमजोर है जो कि घास-फूस से बने झोपड़ीनुमा मकान में रहता था। मकान क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण अब उसके सामने रहवास की समस्या उत्पन्न हो गई है। ग्रामीणों ने हाथियों द्वारा पहुंचाए गए नुकसान की जानकारी भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के मंडल अध्यक्ष मो. हेशाम अली को दी है। इस पर उन्होंने उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया है।