पहले गिरदावरी के नाम पर किसानों का रकबा कम किया गया फिर धान खरीदी में विलंब के साथ धान खरीदी केंद्रों में बारदाना व टोकन को लेकर किसान परेशान हैं। किसानों के मामले को लेकर आगामी 22 जनवरी को जिला मुख्यालय में भाजपा प्रदर्शन (BJP protest) करेगी और कलक्टोरेट का घेराव कर शासन-प्रशासन को घेरेगी। इसमें जिले भर के किसान उपस्थित रहेंगे।
सर्किट हाउस में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंह देव ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस किसानों की बदौलत प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई है आज वही किसान खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है। प्रदेश सरकार की नीतियों के कारण किसान खून के आंसू रो रहे हैं।
सरकार के दो वर्षों के कार्यकाल में कई किसानों ने आत्महत्या जैसे कदम उठा लिए। ऐसे किसानों के परिवार को भाजपा 25लाख अनुग्रह राशि देने की मांग सरकार से करती है। सिंह देव ने धान खरीदी के मामले में सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पहले तो खरीदी विलंब से शुरू की गई और वह भी बिना किसी योजना व तैयारी के, जिससे किसानों को खरीदी केंद्रों में बारदाने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है।
बारदाना के नाम पर किसानों से पैसे की लूट की जा रही है जबकि भाजपा सरकार में धान खरीदी में कभी भी बारदाना की कमी नहीं आई। खरीदी से पहले ही बारदाना की तैयारी होनी चाहिए थी। इसी प्रकार टोकन के नाम पर किसानों को परेशान किया जा रहा है। एक तो पहले से ही गिरदावरी के नाम पर किसानों का रकबा कम कर दिए जाने से किसान भारी परेशान व आक्रोशित हैं।
उन्होंने बताया कि गिरदावरी के बाद प्रदेश में किसानों (Farmers) के 11 लाख रकबा कम हो गया है जिससे किसानों को उपज का समर्थन मूल्य नहीं मिल पा रहा है। पत्रवार्ता के दौरान पूर्व गृह मंत्री रामसेवक पैकरा, भाजपा जिला अध्यक्ष बाबूलाल अग्रवाल, शशिकांत गर्ग, संदीप अग्रवाल, पुष्पा सिंह, लक्ष्मी राजवाड़े व शहर मंडल अध्यक्ष अजय अग्रवाल उपस्थित रहे।
रकबा कम करना सरकार की साजिश
अनुराग सिंहदेव ने कहा कि रकबा कम करना सरकार की साजिश है। प्रदेश के 40 से 50 प्रतिशत किसानों का रकबा कम हुआ है जबकि वन भूमि के पट्टेदारों का उपज खरीदने से सरकार मना कर चुकी है। उनका रकबा जीरो कर दिया गया है इससे वनांचल में रहने वाला किसान बेहद परेशान हो चला है।
खरीदी केंद्रों में धान का उठाव नहीं होने से किसान परेशान हंै क्योंकि उनके धान को रखने की जगह नहीं है। सिंहदेव ने चुनाव पूर्व कांग्रेसी द्वारा किए गए घोषणाओं का जिक्र करते हुए कहा कि 25सौ रुपए किंवटल में धान खरीदने का वादा करने वाली सरकार अभी तक पिछली बार की एक किस्त नहीं दे पाई है।
बोनस भी किसानों को नहीं मिला जबकि बकाया दो वर्ष का बोनस देने का भी वादा किया था जिसे तत्काल भुगतान किया जाना चाहिए।
मंडी टैक्स में सरकार ने की बढ़ोतरी
सिंहदेव ने कहा कि सरगुजा में मक्का का उत्पादन भी ज्यादातर किसान करते हैं। मक्का का भी समर्थन मूल्य पर खरीदी अविलंब सरकार को शुरू करना चाहिए।उन्होंने टैक्स के मामले में भी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मंडी टैक्स में बढ़ोतरी कर दी गई है जबकि इसी सरकार ने खत्म करने का वादा किया था।
उन्होंने कहा कि धान खरीदी के मामले में सरकार पूरी तरह असफल है। किसानों के मुद्दे को लेकर भाजपा आगामी 22 जनवरी को वृहद प्रदर्शन करने जा रही है।