उत्तराखंड की सुरक्षा के लिए अहम हैं एक्सप्रेस वे :- चीन से सटे उत्तराखंड की सुरक्षा को लेकर वायुसेना पूरी तरह सतर्क है। वायुसेना के पायलटों को सिविल एयरपोर्ट के इस्तेमाल के लिए वहां करीब तक उड़ान भरने का अभ्यास उनके पाठयक्रम को पूरा करने के लिए कराया जा रहा है। वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राफेल के लिए बीकेटी वायुसेना स्टेशन को पहले ही तैयार कर लिया गया है। यहां से आने वाले दिनों में राफेल को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर उतारा जा सकता है।
जांचा और जरूरी दिशा निर्देश भी दिये:- पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर अयोध्या-अंबेडकरनगर के बीच 3300 मीटर लंबी एयर स्ट्रिप की गुणवत्ता को चेक करने के लिए वायुसेना टीम मौके पर आई। गुणवत्ता की प्रारम्भिक जांच के वायुसेना एयर मार्शल का हेलीकॉप्टर निर्माणधीन एयर स्ट्रिप पर ही लैंड कराया गया। आने वाले दिनों में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर लड़ाकू विमानों के साथ जग प्रसिद्ध लड़ाकू विमान राफेल को भी उतारने की तैयारी है। भारतीय वायु सेना के एयर मार्शल राजेश कुमार के साथ एवीएसएम वीएम एडीसी एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ, सेंट्रल एयर कमांड प्रयागराज के तकनीकी विशेषज्ञों की टीम ने हवाई पट्टी पर करीब दो घंटे तक बारीक निरीक्षण किया। उनके साथ यूपीडा की टीम थी, जिसे जरूरी दिशा निर्देश भी दिये गए।
यूपी के इन दो एक्सप्रेस-वे पर उतर चुके हैं लड़ाकू विमान :- लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर पाकिस्तान में आतंकी अड्डों को नेस्तनाबूद करने वाला मिराज-2000 कामयाबी से उतर चुका है। सिर्फ मिराज 2000 ही नहीं, सुखोई व मालवाहक विमान सीए-130 जे सुपर हरक्यूलिस तक इस एक्सप्रेस वे उतर कर एक्सप्रेस-वे की क्षमता पर मोहर लगा चुके हैं। आगरा से नोएडा तक बने 165 किलोमीटर यमुना एक्सप्रेस-वे देश का पहला एक्सप्रेस-वे है, जहां पर वायुसेना ने वर्ष 2015 में अपने लड़ाकू विमानों को उतारा था। अब लखनऊ से गाजीपुर तक बन रहे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर भी लड़ाकू विमान की लैंडिंग व टेकआफ के लिए आधुनिक हवाई पट्टी बनाई जा रही है।