काली मिर्च का व्यवसाय करने वाले मदनलाल कसौधन ने बताया कि यह किसी से छिपी बात नहीं है कि काली मिर्च में पपीते के बीज की मिलावट हो रही है। वह बताते हैं कि बाजार में 600 रुपए प्रति किलोग्राम के रेट से बिकने वाली काली मिर्च में कुछ दुकानदार पपीते के बीज की मिलावट कर देते हैं। चौक घण्टाघर में किराने की दुकान चलाने वाले रामनाथ मोदनवाल ने बताया कि काली मिर्च में पपीते के बीज की मिलावट अब आम बात हो गई है। उन्होंने बताया कि एक किलो काली मिर्च में ढाई सौ से तीन सौ ग्राम तक पपीते के बीज की मिलावट की जाती है। ग्राहकों को शक न हो, इसके लिए व्हाइट ऑयल की पॉलिश भी की जाती है। इससे पपीते के बीज बिल्कुल काली मिर्च की तरह चमकने लगते हैं।
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सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक है नकली काली मिर्च
सुलतानपुर जिला अस्पताल में कार्यरत डॉ. दिनेश बताते हैं कि पपीते के बीज की मिलावट वाली काली मिर्च खाने से शरीर के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। वह बताते हैं कि नकली काली मिर्च वह भी ऑयल, व्हाइट ऑयल से युक्त काली मिर्च खाने का सीधा असर लीवर पर पड़ता है। लीवर कमजोर होने के अलावा पेट सम्बंधी कई बीमारियां और समस्याएं भी पैदा हो जाती हैं। डॉ दिनेश कुमार ने बताया कि पपीते के बीज भी सेहत के लिए नुकसानदायक हैं। पपीते के बीज खाने से पेट और लीवर के गंभीर रोग हो जाते हैं। यहां तक की गर्भवती महिलाओं के गर्भपात का भी कारण बन सकता है।
लखनऊ नाका पर काली मिर्च के कारोबारी बनवारी लाल सेठ ने बताया कि असली-नकली काली मिर्च की पहचान करना काफी आसान है। उन्होंने बताया कि असली-नकली काली मिर्च को पहचानने के लिए काली मिर्च को एक ग्लास अल्कोहल या पानी में डालें। पांच मिनट बाद उसमें पपीते के बीज ऊपर तैरते नजर आएंगे। उन्होंने बताया कि कभी-कभी खोखले बीज भी ऊपर तैरने लगते हैं। इसे पता करने के लिए आप हाथों से दबाकर देख सकते हैं। अगर नहीं टूटते हैं, तो वह पपीते के बीज हैं।
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Report- राम सुमिरन मिश्र