मामला धनपतगंज थाना क्षेत्र के मायंग गांव का है। यहां के स्थानीय निवासी बनवारी लाल कसौधन अपने मकान के छज्जे का निर्माण करा रहा था कि उसी समय जेसीबी के साथ पहुंचे पूर्व विधायक चंद्रभद्र सिंह सोनू तथा उनके भाई यश भद्र सिंह मोनू के साथ चार अन्य लोगों ने उनके घर की बाउंड्रीवाल व छज्जे को ढा दिया। पीड़ित ने इसकी तत्काल सूचना पुलिस को दी। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर थाना बल्दीराय, कूरेभार और धनपतगंज की पुलिस पहुंच गई। पीड़ित बनवारी लाल कसौधन की तहरीर के आधार पर बिभिन्न धाराओं में पूर्व विधायक, उनके भाई और चार अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया।
अपहरण की सूचना पर पुलिस रही हलाकान शाम होते- होते पीड़ित के अपहरण की सूचना जंगल में आग की तरह फैल गई। पुलिस अपहरण की घटना से इनकार करती रही। बावजूद इसके पुलिस की कई टीमें सच्चाई से पर्दा उठाने के लिए अपहृत की तलाश में लग गई। देर शाम पुलिस अपने घर पहुंचा तो पुलिस ने राहत की सांस ली। सीओ बल्दीराय विजय मल सिंह यादव ने बताया कि पीड़ित का अपहरण नहीं हुआ था बल्कि वह न्यायालय गया था। पीड़ित ने कहा कि वह न्यायालय गया था उसके साथ किसी प्रकार की कोई अनहोनी नहीं हुई थी। एसपी डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।