Chhattisgarh News: बंद का रहा व्यापक असर, सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान रहे बंद
कांग्रेस कार्यकर्ता सुबह से ही सड़कों पर उतरकर दुकानों को बंद करवा रहे थे। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए ईडी का पुतला दहन किया। कांग्रेस नेताओं ने इसे केंद्र सरकार की साजिश बताते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष महेश्वरी बघेल ने कहा कि विधायक कवासी लखमा को बिना किसी ठोस सबूत के फर्जी मामले में फंसाया गया है। उन्होंने इसे केंद्र सरकार के विरूद्ध उठाई गई आवाज़ों को दबाने की साजिश बताया। महेश्वरी बघेल ने कहा, ईडी की कार्रवाई में कोई भी दस्तावेज नहीं मिला, फिर भी उन्हें गिरफ्तार किया गया। कवासी लखमा के साथ कांग्रेस का हर कार्यकर्ता खड़ा है और जल्द ही वह हमारे बीच होंगे।
सुबह से ही बंद रही प्रतिष्ठान
कांग्रेस के आह्वान पर सुकमा में सुबह से ही बंद का व्यापक असर देखने को मिला। सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान, दुकानें और बाजार बंद रहे। बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। इस विरोध प्रदर्शन ने न केवल सुकमा जिले बल्कि पूरे राज्य में राजनीतिक सरगर्मी को बढ़ा दिया है। कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि वह विधायक लखमा के समर्थन में हर स्तर पर लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है। भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाएं इसलिए की कार्रवाई
प्रदेश कांग्रेस महासचिव दुर्गेश राय ने कहा कि विगत दिनों विधानसभा में विधायक कवासी लखमा ने मुलेर और परिया में बगैर निविदा के पुल निर्माण किए जाने मामले को लेकर सवाल उठाए थे। वर्तमान सरकार नहीं चाहती है कि उनके खिलाफ कोई आवाज़ उठाएं इसलिए यह कार्रवाई की गई है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ विधायक ने आवाज उठाई विधायक को जेल भेज दिया। छह बार के विधायक को बेवजह गिरफ्तार कर उन्हें प्रताड़ित करना ठीक नहीं है, उन्होंने कहा आने वाले समय में इस मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई लड़ेगी।
ईडी और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी
Chhattisgarh News: वहीं दोरनापाल में
विधायक कवासी लखमा के गिरफ्तारी के विरोध में दोरनापाल नगर पंचायत व कुकानार में भी बंद का असर देखने को मिला। सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद रहे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर ईडी और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह प्रदर्शन किया और लखमा की गिरफ्तारी के विरोध में जनता से समर्थन मांगा। आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने ईडी का पुतला जलाकर अपनी नाराजगी प्रकट की।