सुकमा पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा ने बताया कि गुरुवार को दो लाख के इनामी सहित दो नक्सलियों ने भरमार बंदूक के साथ आत्मसमर्पण किया। दोनों में से एक पीएलजीए में डाक्टर इंचार्ज के रूप में काम कर रहा था। एसपी सुनील शर्मा ने कहा, अंदरूनी इलाकों में कैंप खुलने से नक्सली सरेंडर कर रहे हैं। उन्होंने अन्य से भी हिंसा का रास्ता छोड़ मुख्यधारा में जुड़कर क्षेत्र के विकास में भागीदारी निभाने की बात कही।
आत्मसमर्पित नक्सली नक्सली बटालियन के टॉप डॉक्टर कमांडर के पद पर कार्यरत था। आत्मसमर्पित नक्सल आरोपियों ने भरमार बंदूक के साथ सुकमा एसपी सुनील शर्मा और सीआरपीएफ 74 वाहिनी के द्वितीय कमान अधिकारी के सामने आत्मसमर्पण किया है।
छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग से लाल आतंक की कमर तेजी से टूटती जा रही है। जांबाज जवानों के आगे लगातार खूंखार नक्सली घुटने टेक रहे हैं। नक्सली पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई से घबराहट में आ गए हैं। एक के बाद एक पुलिस के सामने हथियार डाल रहे हैं।