एसपी सुनील शर्मा ने आगे बताया कि जिले में नवीन कैंपों की स्थापना की जा रही है। इन कैम्पों का ग्रामीण लोगों पर अनुकूल प्रभाव पड़ रहा है। विगत सप्ताह ही जिले के तोंडामरका और डब्बामरका क्षेत्र में नवीन सुरक्षा कैंपों की स्थापना की गई है। जब से इन कैंपों की स्थापना हुई है तब से ही विकासात्मक कार्यों से नक्सली प्रभावित(Naxali Surrender) हो रहे हैं और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर रहे हैं।
इधर, डब्बामरका में कैंप खुला तो इसके तीसरे दिन ही जन दर्शन शिविर में बड़ी संख्या में ग्रामीणों की मौजूदगी में 33 नक्सलियों ने पुलिस के सामने हथियार(Naxali Surrender) डाल दिए। बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी के नेतृत्व में संचालित नक्सल विरोधी अभियान(anti naxal campaign) के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। सरेंडर करने वाले नक्सलियों ने जानकारी देते हुए बताया कि विकास की संभावनाओं को देखते हुए वह नक्सलवादी विचारधारा को त्यागकर विकास की मुख्यधारा में जुड़ रहे हैं।