साल 2025-26 में दसवीं और बारहवीं की परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों का नवीं और ग्यारहवीं कक्षा में पंजीयन किया जाएगा। इसके तहत नाम, माता-पिता, जन्म तिथि, स्कूल, विषय और अन्य सूचनाएं शामिल होंगी। बोर्ड से सम्बद्ध स्कूल विद्यार्थियों से जुड़ी आवश्यक सूचनाएं भरेंगे। मालूम हो कि 10वीं-12वीं की परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों का नियमानुसार नवीं और ग्यारहवीं कक्षा में पंजीयन किया जाता है।
यह होंगी तिथियां 300 रुपए शुल्क के साथ पंजीयन : 18 सितम्बर से 16 अक्टूबर 2300 रुपए शुल्क के साथ पंजीयन : 18 से 24 अक्टूबर दसवीं-बारहवीं की एलओसी भरना जारी
दसवीं और बारहवीं के विद्यार्थियाें की ऑनलाइन सूची भरना जारी है। अजमेर, दिल्ली ईस्ट, दिल्ली वेस्ट, प्रयागराज, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, देहरादून, पंचकुला, गुवाहाटी, पटना, भुवनेश्वर, बेंगलूरू, चंडीगढ़, भोपाल, नोएडा, पुणे समेत अन्य रीजन में दसवीं और बारहवीं में 42 लाख से ज्यादा विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इनकी परीक्षाएं 2025 में होंगी।
अजमेर से शुरू हुआ सीबीएसई सीबीएसई की शुरुआत बोर्ड ऑफ हाई स्कूल एंड इंटरमीडिएट एज्यूकेशन के रूप में हुई थी। 19 वीं शताब्दी में अजमेर में इसका दफ्तर खोला गया। तत्कालीन ब्रिटिश सेना केे लेफ्टिनेंट कर्नल जी.डी.ऑगिलवॉय ने सिविल लाइंस में इसकी बिल्डिंग का उदघाटन किया था। इसमें राजपुताना-सेंट्रल इंडिया-ग्वालियर तक का क्षेत्र था। बोर्ड की इसी दफ्तर डॉ. जाकिर हुसैन और डॉ. शंकरदयाल शर्मा ने भी बतौर सीबीएसई स्टाफ कामकाज किया था। बाद में दोनों भारत के राष्ट्रपति बने थे।
सीबीएसई करेगा कई नवाचार सीबीएसई 2025-26 से नवाचार की शुरुआत भी करेगा। जेईई मेन की तरह पहली बार वर्ष में दो बार दसवीं-बारहवीं की परीक्षाएं होंगी। विद्यार्थियों को विकल्प चुनने का अवसर मिलेगा। विद्यार्थी बेस्ट स्कोर को चुन सकेंगे। इसके अलावा बोर्ड पाठ्यक्रम में भी नवाचार करेगा। मल्टीपल च्वॉइस क्वेश्चन की संख्या बढ़ाई जाएगी। साल 2026-27 में बोर्ड शताब्दी वर्ष में प्रवेश करेगा। इसको लेकर भी कई कार्यक्रम और योजनाएं तैयार की गई हैं।
ताकि नहीं हो कोई फर्जीवाड़ा नवीं और ग्यारहवीं में पंजीयन का मकसद फर्जीवाड़े को रोकना है। ताकि दसवीं-बारहवीं कक्षा में स्कूल तय सीट के अनुसार ही विद्यार्थियों की सूची भर सकें। पंजीयन का सिलसिला करीब 20 साल से जारी है। देश के अजमेर, प्रयागराज, दिल्ली ईस्ट, दिल्ली वेस्ट, देहरादून, चंडीगढ़, पंचकुला, पुणे, बेंगलूरू, विजयवाड़ा, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, गुवाहाटी, भोपाल, भुवनेश्वर और पटना रीजन के स्कूल को विद्यार्थियों का पंजीयन कराना पड़ता है। पंजीयन के आधार पर बोर्ड सम्बद्ध स्कूल में सीटों के अनुसार दाखिले, विद्यार्थियों की उम्र, वांछित सूचनाओं का आकलन करता है।
रेलवे टिकट के लिए अजमेर-उदयपुर में क्यू आर कोड विंडो अजमेर. उत्तर-पश्चिम रेलवे के अजमेर मंडल रेल प्रशासन ने मंडल के 91 स्टेशनों की 116 लोकेशन पर आरक्षित व अनारक्षित टिकट भुगतान के लिए क्यूआर कोड की सुविधा शुरू की है। उदयपुर और अजमेर जैसे बड़े स्टेशनों पर तो क्यू आर कोड के जरिए भुगतान की एक अलग खिड़की भी निर्धारित की गई है।
मंडल वाणिज्य प्रबंधक मोनिका यादव ने बताया कि अनारक्षित टिकट खिड़कियों पर क्यू आर कोड से भुगतान सुविधा से रेलयात्री डिजिटल भुगतान कर रहे हैं। अजमेर मण्डल के सभी स्टेशनों पर यूटीएस व पीआरएस काउंटर पर क्यू आर कोड डिवाइस स्थापित कर सौ फीसदी लक्ष्य हासिल कर लिया गया है।
इन प्रमुख ब्रॉडगेज खंड पर सुविधा अजमेर–पालनपुर व अजमेर– उदयपुर-हिम्मतनगर स्थित 91 स्टेशनों पर 116 क्यूआर कोड डिवाइस से टिकट के भुगतान की सुविधा प्रारंभ कर दी गई है। इसमें यूटीएस-83, यूटीएस मय पीआरएस-18 तथा पीआरएस के 15 स्टेशन शामिल हैं। इससे खिड़की पर भीड़ व खुले पैसे की परेशानी से भी निजात मिलती है। कर्मचारी को कैश मिलाने में लगने वाले समय बचने के साथ पारदर्शिता भी बढ़ती है।