ग्रामीण मोहन लाल केवट, राजू केवट, रामकेश, मुन्नीलाल केवट आदि ने बताया कि गांव की शासकीय भूमि आराजी खसरा नं. 225/2 पर पिछले लगभग 35 वर्षों से उनका कब्जा है। पहले लगभग 10-15 वर्षों तक इस जमीन पर वे खेती-किसानी करते रहे और इसके बाद से ग्रामवासियों के जानवर यहां विचरण करते आ रहे हैं। वर्तमान में राहुल दुबे निवासी ग्राम निहरा थाना बंसिया और गांव के पप्पू गर्ग तथा बहोरी उर्फ रामबहोरी केवट द्वारा उक्त जमीन पर अवैध रूप से खुदाई करके रेत का उत्खनन किया जा रहा है, जिस कारण से ग्रामीणों के जानवर यहां विचरण नहीं कर पा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उक्त जमीन की खुदाई हो जाने के कारण नदी का पानी भी गांव में प्रवेश कर जायेगा, जिससे गांव में बाढ़ जैसे हालात निर्मित हो जाएंगे। ग्रामीणों का आरोप है कि करीब एक सप्ताह पहले उत्खनन करने वाले लोगों ने राजनैतिक प्रभाव दिखाकर गाली-गलौज करते हुए मारपीट करने की धमकी भी दी है। उक्त घटना की शिकायत गोयरा थाना में की गई थी लेकिन पुलिस द्वारा ग्रामीणों की शिकायत नहीं सुनी गई। शिकायती आवेदन देकर ग्रामीणों ने शासकीय भूमि पर उत्खनन करने वालों विरूद्ध कठोर कानूनी कार्यवाही करने और अवैध उत्खनन को तुरंत बंद कराने की मांग की है।