जानकारी के अनुसार क्षेत्र को सूरतगढ छतरगढ सड़क व सूरतगढ अनूपगढ रोड़ से जोड़ने वाली पच्चीस किमी लम्बी लिंक रोड़ मे चार किमी का कच्चा मार्ग परेशानीयों का सबब बना हुआ है । इस कच्चे मार्ग से सुरजनसर सहित एक दर्जन से भी अधिक गांवो व चकों के वाशिंदों को परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है ।
जनप्रतिनिधीयों व सार्वजनिक निर्माण विभाग की ऊदासीनता के चलते यह मार्ग आजादी सत्तर वर्ष गुजरने के बाद भी डामरीकृत नही हो पाया है । इस कारण यहां के लोगों को मजबूरन खींप डालकर इस मार्ग को अस्थाई रूप से संचालित करना पड़ रहा है ।लेकिन भारी वाहनों को कच्चे मार्ग के कारण पचास किमी की दूरी तय करके आना पड़ता है। जिससे यहां से आवागमन करने वालों का दोगुना धन व समय बर्बाद होता है।
यहां के वाशिंदे माइनर अध्यक्ष तेलुराम सांवक, जगदीश सिद्ध, एसएमसी अध्यक्ष कृष्णलाल वर्मा, बलजिन्द्रसिंह नेहरा, नथुराम भाम्भू, मदनलाल वर्मा व औमप्रकाश कूकणा आदि लोगों ने बताया कि सूरतगढ छतरगढ सड़क से सुरजनसर लिंक रोड़ से जुड़ा हुआ है । वहीं सूरतगढ अनूपगढ सड़क से 6 जीडीएम (अर्जुनोतपुरा) तक लिंक रोड़ बनी है । परन्तु अर्जुनोतपुरा से सुरजनसर के बीच मात्र चार किमी मार्ग कच्चा होने के कारण ग्रामीणों को मुश्किल झेलनी पड़ रही है । यदि यह चार किमी का मार्ग डामरीकृत कर दिया जाए तो इन गांवो व चकों का सीधा श्री गंगानगर व बीकानेर से जुड़ाव हो जाएगा। जिससे धन व समय की बचत होगी।
ग्रामीणों का अरोप है कि गत सत्तर सालों मे 16 सांसद व 14 विधायक सभी सड़क निर्माण का वादा करके चुनाव जीत चुके है । लेकिन जीतने के बाद सुध लेना तो दूर यहां आने कि फुर्सत भी नही मिलती है। कांग्रेस व भाजपा दोनों ने इस मार्ग के निर्माण का वादा किया था। परन्तु बात सिर्फ वादों तक ही सीमित रह गई । वर्ष 2012 में जिला परिषद से यह सड़क नरेगा के तहत कंकरीट से प्रस्तावित हुई थी।लेकिन जनप्रतिनिधीयों का तालमेल नही बैठने के कारण यह एक किमी बन कर अधूरी रह गई । जिससे यहां के लोगों में जनप्रतिनिधीयों के खिलाप रोष उपजा है व आगामी चुनावों में सड़क के बिना वोटों का बहिष्कार करने की तैयारियां चल रही है।
इस सड़क से यह गांव है प्रभावित
इस चार किमी कच्चे मार्ग के कारण चक दो डीओ, माईलऐटी, चक एक व दो एलएम, सुरजनसर, अर्जुनोतपुरा, चार पांच जीडीएम, भागसर, कूंपली, 8,9,10व 11एएस, 45,46,47 व 44 जीबी आदि गांव व चकों के लोगों को दोगुनी दूसरी तय करके श्री विजयनगर व छतरगढ जाना पड़ता है ।सुरजनसर व चक एक,दो एलएम तथा दो डीओ के कृषि उत्पादन श्री विजयनगर मंडी मे जाते है जो सीधे मार्ग से 26 किमी है। लेकिन लिंक मार्ग कच्चा होने के कारण भोपालपुरा गोविन्दसर से होते हुए 48किमी की दूसरी तय करना पड़ रही है । वहीं 45,46,47व 44जीबी आदि गांवों से भेड़ो की ऊन छतरगढ ले जाने के लिए रामसिंहपुर से होकर आना पड़ रहा है।
छत्तरगढ ऊन लेकर जाते है तो सुरजनसर होकर सत्तर किमी है, लेकिन कच्चे मार्ग के कारण कूंपली से गोमावाली माईलऐटी होकर 95किमी का सफर करके छत्तरगढ जाना पड़ता है । दलीपकुमार मेघवाल भैड़पालक अर्जुनोतपुरा ।
सुरजनसर सीधे मार्ग से 14किमी है परन्तु टैक्सी कच्चे मार्ग नही चलने से गोमावाली माईलऐटी होकर 33किमी की दूरी तय करके सुरजनसर आना पड़ता है ।जिससे धन व समयदोंनो की बर्बादी होती है। अवतारसिंह पशु व्यापारी चक 52जीबी।
यह सड़क मेरी नजर मे है। अगर सूरतगढ विधानसभा में कोई सड़क का बजट आया तो सबसे पहले सुरजनसर से अर्जुनोतपुरा ही जोड़ा जाएगा। राजेन्द्र भादू विधायक सूरतगढ ।