दोनों शव करीब छह दिन पुराने है तथा दोनों शवों के गलों पर चाकू से वार कर दर्दनाक हत्या करके आरोपित ने शवों को अलग अलग गड्ढ़ों में दबा दिया। महिला व बच्ची के कपड़ों व अन्य सामान भी पास की एक गड्ढ़े में दबा दिए। इस वारदात को संभवत: रात्रि के समय ही अंजाम दिया होगा। पुलिस इस मामले में हर पहलू पर गहनता से जांच कर रही है। पुलिस की चार टीमें जुटी थानाधिकारी नारायण सिंह भाटी के अनुसार इस मामले में पुलिस ने चार टीमें गठित की है। इसके तहत एक टीम रामसरा, पीबीएन, फार्म क्षेत्र, दूसरी टीम मानकसर से कैचियां, तीसरी टीम रीको व इन्द्रा सर्किल व चौथी टीम थर्मल क्षेत्र में जुटी हुई है।
मृतक महिला के पास चार नई साड़ी होने व पहनावे के मद्देनजर बिहार व उतरप्रदेश मूल की प्रतीत होने से भी पुलिस इनकार नहीं कर रही है। ऐसे लोगों से भी पुलिस सम्पर्क कर रही है। ताकि उनके यहां से कोई मां बेटी लापता तो नहीं हुई हो। थानाधिकारी ने बताया कि मृतक महिला व बच्ची के शवों व बरामद हुए कपड़ों को भी व्हाट्सअप के माध्यम से अन्य पुलिस थानों व आमजन को प्रेषित किया गया है। जिससे दोनों शवों की पहचान हो सके। गुमशुदावालों के परिजन से कर रहे सम्पर्क इस मामले में राजस्थान में गुमशुदा हुई महिलाओं व बच्चों के परिजनों से भी संबंधित पुलिस थानों के माध्यम से सिटी पुलिस सम्पर्क कर रही है।
बीकानेर के व्यास कॉलोनी थाना क्षेत्र से एक महिला मंजू (28) व उसकी चार वर्षीय पुत्री अंजली 7 सितम्बर को घर से बिना बताए लापता हो गई थी। महिला के मोबाइल की अंतिम लोकेशन रावतसर होने की वजह से व्यास कॉलोनी पुलिस से सम्पर्क किया। लापता महिला की मां व पति ने पुलिस थाना में आकर बरामद हुए कपड़े व मोर्चरी में पड़े शवों को देखा, लेकिन दोनों के मेल नहीं खाने पर शवों की पहचान नहीं हो सकी। इसी तरह मारवाड़ जंक्शन, भादरा व सीकर थाना क्षेत्रों से भी गुमशुदा हुई महिलाओं व बच्चे के बारे में पता चला, तो इन पुलिस थानों के माध्यम से परिजनों तक शवों व कपड़ों की फोटो व्हाट्सअप से पहुंचाया।
लेकिन यहां भी सफलता नहीं मिली। दुकानदारों से पूछताछ, सीसीटीवी फुटेज की जांच थानाधिकारी के अनुसार इस मामले में हत्या करने के बाद आरोपित ने सबूत मिटाने के लिए दोनों शवों पर नमक डाला था। इस संबंध में बाजार में परचून की दुकानों के दुकानदारों से भी पुलिस कर्मी वहां जाकर पूछताछ कर रहे हैं। जिससे पता चल सके कि कोई व्यक्ति बड़ी मात्रा में नमक तो नहीं ले गया। इसके अलावा घटना स्थल के आसपास के करीब दस दिन के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच पड़ताल की जा रही है।