आबकारी अधिकारियों ने बताया कि 2 अगस्त की रात को आबकारी दल ने मुखबिर की सूचना पर साधुवाली के समीप एक दुकान में छापा मारकर नकली देसी शराब तैयार करने की फैक्ट्री पकड़ी थी। जहां से दल ने 209 प्लास्टिक थैलियो में प्लास्टिक के 30 हजार 96 खाली पव्वे, 5 प्लास्टिक थैलियो में 12 हजार 600 ढक्कन, 1200 गत्ता कर्टून, पैकिंग टेप 40 किलोग्राम। 38 हजार सादा देसी मदिरा के लेबल, एक पैकिंग मशीन मय मोटर, 8 प्लास्टिक जरीकनों में भरी 400 लीटर स्प्रीट तथा एक बाइक जब्त की थी। इस मामले में एक आरोपी को मौके से तथा बाद में दूसरे आरोपी को गिरफ्तार किया था। वहीं संचालक अभी फरार चल रहा है। अधिकारियों ने बताया कि इस मामले की जांच-पड़ताल के दौरान तथ्य मिले कि इसकी एक शाखा गुरुसर के समीप चल रही है। जिसका सत्यापन कराया गया तो सही मिला। इस पर मंगलवार को 12 एचएमएच गुरुसर हनुमानगढ़ में वहां के आबकारी निरीक्षक आशीष स्वामी, श्रीगंगानगर ग्रामीण के आबकारी निरीक्षक मनीषा पारीक, अमरसिंह, होशियार सिंह, राजवीर व अन्य ने यहां छापे की कार्रवाई की। जहां एक मकान में किराएदार जितेन्द्र कुमार पुत्र मुरलीमनोहर की ओर से नकली देसी शराब की फैक्ट्री चलाई जा रही थी। यहां से दल ने रामप्रसाद पुत्र सुभाषचंद्र को गिरफ्तार किया है, जबकि संचालक जितेन्द्र कुमार की तलाश की जा रही है। गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ चल रही है।
यहां से ये हुआ बरामद – 2127 आरएसजीएसएम के ढक्कन, 1424 खाली पव्वे, 2622 आरएसजीएसएम देसी सादा मदिरा के लेबल, 45 कर्टन, तीन पानी की टंकी, एक प्लास्टिक ड्रम, तीन कैन में 150 लीटर स्प्रिट, एक कीप पव्वा भरने की, 2 बाल्टी, सात मीटर रबर पाइप बरामद किए गए हैं।
इलाके में एक साल से चल रहा नकली शराब का धंधा – आबकारी अधिकारियों ने बताया कि साधुवाली के समीप पकड़ी गई नकली देसी शराब बनाने की फैक्ट्री भारी मात्रा में नकली देसी शराब बना रही थी और यहां से भारी मात्रा में स्प्रिट व अन्य सामान बरामद किया गया था। यह फैक्ट्री एक साल से चल रही थी। वहीं इसकी दूसरी शाखा भी गुरुसर के समीप चल रही थी। यदि दोनों का आंकड़ा देखा जाए तो अब यहां से भारी मात्रा में नकली देसी शराब बनकर बाहर निकल चुकी है। इलाके में इतना बड़ा अवैध कारोबार चल रहा था। आबकारी अधिकारियों को अभी ओर ऐसी शाखाएं संचालित होने की संभावना है।