scriptखतरनाक संकेत: बॉर्डर एरिया में लोकल स्लीपर का नेटवर्क बढ़ा | Patrika News
श्री गंगानगर

खतरनाक संकेत: बॉर्डर एरिया में लोकल स्लीपर का नेटवर्क बढ़ा

– श्रीगंगानगर जिले के गजसिंहपुर क्षेत्र 4 एफडी के एक ही परिवार के तीन सदस्य काबू

श्री गंगानगरAug 04, 2024 / 11:59 pm

surender ojha

श्रीगंगानगर। भारत-पाक अन्तरराष्ट्रीय सीमा से सटे गांवों में पंजाब के ड्रग्स माफिया ने अपना नेटवर्क बिछा दिया हैँ, यह इलाके के लिए खतरनाक संकेत हैँ। पिछले महीने सीमा पार पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए आई हेरोइन की खेप के मामले में जब जांच का दायरा बढ़ा तो कई चौंकाने वाले पहलू उजागर हुए हैँ। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि अब तक बॉर्डर पर सीमा पार हेरोइन या संदिग्ध वस्तु के आने पर ग्रामीण तत्काल जांंच एजेसिंयों या बीएसएफ या पुलिस को सूचना देते थे लेकिन कई लोग अब सूचना देने की बजाय खुद ही मोटी कमाई के चक्कर में ड्रग्स माफिया के पियादे बनने लग गए हैं। इस मामले की जांच कर रहे पदमपुर थाना प्रभारी सुरेन्द्र राणा ने पंजाब के तीन तस्करों से जब पूछताछ की तो यह जानकारी सामने आई कि गजसिंहपुर क्षेत्र के गांव 4 एफडी में रहने वाले एक परिवार के कई सदस्य उनके लोकल स्लीपर के रूप में काम कर रहे हैं। इन लोगों के साथ अन्य की भूमिका संदेह के दायरे में आ गई। गजसिंहपुर क्षेत्र चक 4 एफडी निवासी बचन सिंह पुत्र महेन्द्र सिंह रायसिख और बलदेव सिहं उर्फ बब्बु पुत्र अक्का सिहं रायसिख को गिरप़तार किया। इन दोनों के अलावा इन्हीं के गांव के ही आरोपी गुरमंत सिंह उर्फ मंटू पुत्र जोगेंद्र सिंह रायसिख को पहले काबू किया था। ये तीनों लोकल स्लीपर के रूप में बॉर्डर एरिया में सक्रिय थे। इन लोगों की बॉर्डर की जीरो लाइनिंग तक के खेतों के हर चप्पे चप्पे से वाकिफ थे। इसी का फायदा पंजाब के ड्रग्स माफिया ने उठाया। जब बॉर्डर पार से ड्रोन पर आई हेरोइन की खेप को लेने के लिए गांव 4 एफडी के रहने वाले इसी परिवार के लोगों ने पैकेट उठाए और उन्हें सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचाने के लिए पंजाब के तस्करों से संपर्क साधा।

दो को जेल भेजा, तीसरा अब पुलिस रिमांड पर

पदमपुर एसएचओ ने बताया कि गजसिंहपुर क्षेत्र चक 4 एफडी निवासी बलदेव सिहं उर्फ बब्बु पुत्र अक्का सिहं को अदालत ने न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया। जबकि बचन सिंह पुत्र महेन्द्र सिंह रायसिख से इस प्रकरण में अन्य लोगों की भूमिका के बारे में पूछताछ करने के लिए अदालत से पांच दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया है। इन दोनों के अलावा इन्हीं के गांव के ही आरोपी गुरमंत सिंह उर्फ मंटू पुत्र जोगेंद्र सिंह रायसिख को पहले काबू किया था। ये तीनों लोकल स्लीपर के रूप में बॉर्डर एरिया में सक्रिय थे। तीनों एक ही परिवार के सदस्य हैँ। इनके और भी लोग शामिल है या नहीं, यह जांच की जा रही हैं।

पंजाब से आए थे चार तस्कर, तीन काबू, एक फरार

पिछले महीने पन्द्रह जुलाई को सीआईडी बॉर्डर इंटेलीजेंस और श्रीकरणपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने करणपुर क्षेत्र में नाकेबंदी की तो कार सवार अमृतसर जिले के करालिया गांव निवासी 28 वर्षीय जगजीत मसीह पुत्र अजीत मसीह व 25 वर्षीय पतरस पुत्र कुलविंद्र सिंह और गांव लदेह निवासी 18 वर्षीय विजय उर्फ सन्नी पुत्र सुखदेव सिंह से 2 किलो 325 ग्राम हेरोइन बरामद की गई, लेकिन इनका चौथा साथी लादेह निवासी जोबनजीत सिंह पुत्र जोगेंद्र सिंह फरार हो गया था। यह फरार आरोपी अब तक पुलिस के हाथ नहीं लगा हैं।



लोकल स्लीपर नेटवर्क तोड़ने का बनाया टारगेट

इस बीच, पुलिस अधीक्षक गौरव यादव का कहना है कि अब तक सीमा पार से आ रहे अवैध मादक पदार्थो की खेप को पंजाब ड्रग्स माफिया की नजर रहती हैं। यह खेप आते ही पंजाब के तस्कर आते हैँ, यह खेल काफी समय से चल रहा था। लेकिन पिछले तीन महीनों में हमने लोकल स्लीपर नेटवर्क को तोड़ने का प्रयास किया हैं, इसका नतीजा है कि अब उन गांवों में लोगों को काबू का रहे है जो नेटवर्क का हिस्सा बनकर गुपचुप तरीके से मॉनीटरिंग कर रहे हैँ। गांव 4 एफडी और हिन्दुमलकोट क्षेत्र के कई ग्रामीण लोकल स्लीपर के रूप में सक्रिय मिले हैँ, इन लोगों को काबू करने के लिए अब मुहिम के रूप में काम किया जा रहा हैं।

Hindi News/ Sri Ganganagar / खतरनाक संकेत: बॉर्डर एरिया में लोकल स्लीपर का नेटवर्क बढ़ा

ट्रेंडिंग वीडियो