अपहरण-रेप का लगाया था आरोप
परिवादी ने बताया कि इस दौरान पड़ोस के मकान में रह रहे चचेरे दो भाई और उनके तीन बेटे रात को घर में घुस आए। उन्होंने पीड़ित की 7 साल की बेटी का अपहरण कर लिया। पत्नी और मासूम बेटी के साथ
दुष्कर्म किया और मारपीट की। इस मुकदमे की जांच महिला अपराध मामलों की विशेष अनुसंधान सेल ने शुरू की। जांच में पुलिस के सामने यह तथ्य नहीं आए कि रात को मासूम बच्ची का अपहरण किया और फिर दुष्कर्म किया। मासूम बच्ची ने पुलिस और मजिस्ट्रेट बयानों में अपने पिता के सिखाए अनुसार परिवार के पड़ोसी पिता-पुत्रों पर दुष्कर्म के आरोप लगाए गए थे।
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी पिता ने ही साजिश रची थी। उसने अपना सीमन अपनी बेटी के कपड़ों पर लगाया और सोते समय बेटी के प्राइवेट पार्ट को चोटें पहुंचाई। पुलिस ने एफएसएल करवाया तो पिता ही फंस गया। आखिर अनुसंधान अधिकारी ने उसे गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भिजवा दिया। जांच अधिकारी आरपीएस रमेश माचरा ने बताया कि 7 वर्षीय बच्ची के आरोपी पिता ने अपने परिवार के भाइयों से उनका आधा मकान लेने की साजिश रची थी।