क्षेत्र के गांव 78 जीबी में एक ईंट भट्टे की लेबर में शामिल लगभग एक दर्जन श्रमिकों ने पुलिस थाना के एएसआई पर हमला कर दिया। जिन श्रमिकों ने पुलिस पर हमला किया,उन्हीं श्रमिकों ने कुछ देर पूर्व ईंट भट्टे पर हंगामा करते हुए तोडफोड़ की थी।
अनूपगढ़ . क्षेत्र के गांव 78 जीबी में एक ईंट भट्टे की लेबर में शामिल लगभग एक दर्जन श्रमिकों ने पुलिस थाना के एएसआई पर हमला कर दिया। जिन श्रमिकों ने पुलिस पर हमला किया,उन्हीं श्रमिकों ने कुछ देर पूर्व ईंट भट्टे पर हंगामा करते हुए तोडफोड़ की थी। भट्टेमालिक की शिकायत पर पुलिस एएसआई कालूराम मीणा मामले की जांच,मौका मुकायना करने तथा कार्रवाई के लिए पुलिस जाप्ते के साथ ईंट भट्टे पर गए थे। पुलिस के पहुंचते ही हंगामा करने वाले श्रमिकों के अलावा दर्जन भर महिला पुरुषों ने पुलिस पर हमला कर दिया। इस हमले में पुलिस एएसआई कालूराम मीणा का हाथ टूट गया। उन्हें इलाज के लिए श्रीगंगानगर रेफर किया गया है। वहीं सूचना मिलते ही थानाधिकारी ईश्वर प्रसाद पूरे जाब्ते के साथ ईंट भट्टे पर पहुंचे और हंगामा करने वाले दोनों युवकों को काबू कर पुलिस थाने ले आए। जब पुलिस ने दोनों युवकों को पकड़ा तो दोनों शराब के नशे में धुत थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस पर हमला करने वालों में शामिल अन्य लोगों की पहचान के लिए सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं। आरोपियों से भी पूछताछ की जाएगी। ———————— ईंट भट्टे पर की तोडफ़ोड़ पुलिस के अनुसार गांव 87 जीबी स्थित एक ईंट भट््ठे पर शाम को दो श्रमिकों ने शराब के नशे में मजदूरी मांगी थी, जिस समय श्रमिकों ने मजदूरी मांगी उस समय भट्टा मालिक अपने घर आ चुका था, उसने श्रमिकों को कहा कि बुधवार सुबह बात करेंगे। इससे आक्रोशित होकर श्रमिकों ने पत्थर मार कर भट्टे के कार्यालय में लगी कांच की खिड़किया, गेट, दीवार तथा फर्नीचर तोड़ते हुए हंगामा कर दिया। भट्टा मालिक को भी घटना की सूचना मिली। उसने तुरंत प्रभाव से इस घटना की जानकारी पुलिस को दी। एएसआई कालूराम मीणा मौके पर पहुंचे तो आरोपी शराब के नशे में थे, पुलिस को देखते ही उन्होंने पुलिस पर पथराव कर दिया तथा लाठियों से हमला कर दिया। इस घटना में एएसआई कालूराम के हाथ फ्रैक्चर हो गया। एएसआई के साथ गए जाब्ते ने उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया। घटना की सूचना पर थानाधिकारी ईश्वर प्रसाद जांगिड़ जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे और भट्टा मालिक की तरफ से जिन दो जुड़वा भाइयों के खिलाफ शिकायत की थी, उन्हें पकड़ कर पुलिस थाने ले आए। लेकिन जिस समय उन्हें गिरफ्तार किया तब वे अत्यधिक नशे की हालत में थे। इस कारण उन्हें अस्पताल ले जाया गया।