न्यूजीलैंड एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी
न्यूजीलैंड के बारे में बात करते हुए, भारतीय कप्तान ने कहा कि भारत के लिए वो एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी रहे हैं और पिछले साल भुवनेश्वर में विश्व कप में उनके 3-3 (4-5 शूटआउट) परिणाम की यादें इस प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ एक मजबूत चुनौती को दर्शाती है। हरमनप्रीत ने कहा, “हमने हमेशा न्यूजीलैंड को एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी के रूप में देखा है और अपनी टीम ब्रीफ के दौरान इस पर विस्तार से चर्चा की है। उनके खिलाफ विश्व कप मैच की याद दिलाना अच्छा है, इसलिए हम जानते हैं कि हम मैच के किसी भी बिंदु पर गति नहीं खो सकते हैं। हमारे लिए अच्छी शुरुआत करना और खेल के दौरान दबाव बनाए रखना महत्वपूर्ण है।” यहां पहुंचने से पहले यूरोप में भारतीय टीम ने स्विट्जरलैंड में 3-दिवसीय मानसिक कंडीशनिंग शिविर में भाग लिया है। साथ ही मलेशिया, नीदरलैंड, जर्मनी और ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ हाई-ऑक्टेन अभ्यास मैच खेले हैं, जिसका लाभ उन्हें ओलंपिक के मंच पर मिलेगा। कप्तान ने कहा, “पेरिस पहुंचने से पहले हमने कुछ बहुत अच्छे अभ्यास मैच खेले और स्विट्जरलैंड में एक टीम के रूप में अनुभव कुछ अनोखा था, जो हमने पहले कभी नहीं किया। हम अपने अभियान की शुरुआत करने के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से अच्छी स्थिति में हैं।”
भारत को ओलंपिक चैंपियन बेल्जियम, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, आयरलैंड और न्यूजीलैंड के साथ एक ग्रुप में रखा गया है। भारत को अगर ओलंपिक के इतिहास में सबसे सफल पुरुष हॉकी टीम के रूप में अपना दबदबा कायम रखना है तो उसे अपने खेल में शीर्ष पर रहना होगा। हरमनप्रीत ने कहा, “यहां खेल गांव में माहौल बहुत अच्छा है। हमारे भारतीय दल के एथलीटों से मिलना और यह देखना कि हमारे दल में हमें कितना समर्थन मिल रहा है, काफी उत्साहजनक रहा और इससे हमें और भी अच्छा प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिली है।”