सेमीफाइनल में हारे लक्ष्य, अब कांस्य की लड़ाई
पेरिस ओलंपिक में 9वां दिन भारत के लिए खराब रहा है। हॉकी छोड़कर अन्य खेलों में भारत अब तक बैकफुट पर है। बॉक्सिंग के बाद बैडमिंटन में भी भारत को हार झेलनी पड़ी। लक्ष्य सेन को डेनमार्क के ओलंपिक चैंपियन विक्टर एक्सेलसेन ने 22-20, 21-14 से मात दी। अब लक्ष्य को कांस्य पदक के लिए मुकाबला खेलना है। लक्ष्य सेन पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक के लिए मलेशिया के ली ज़ी जिया के खिलाफ खेलेंगे। लक्ष्य सेन ने एक्सेलसेन के खिलाफ मैच के कुछ हिस्सों में शानदार प्रदर्शन किया। लक्ष्य सेन पहला गेम जीतने के करीब थे, 20-17 से आगे थे। लेकिन लक्ष्य सेन ने तीन गेम पॉइंट गंवा दिए, जिससे डेन ने पहला गेम 22-20 से जीत लिया। लक्ष्य सेन ने कमबैक करते हुए दूसरे गेम में 7-0 की बढ़त हासिल कर ली। हालांकि, डेन ने एक बार फिर वापसी की और दूसरा गेम 21-14 से जीत लिया। लक्ष्य सेन ओलंपिक के अंतिम चार में पहुंचने वाले पहले भारतीय व्यक्तिगत पुरुष शटलर बनकर इतिहास रच चुके हैं। अब वह ओलंपिक पदक जीतने वाला भारत का पहला पुरुष शटलर बनकर कुछ और बड़ा मुकाम हासिल कर सकते हैं। अब तक, केवल साइना नेहवाल (लंदन 2012 में कांस्य) और पीवी सिंधु (रियो 2016 में रजत और टोक्यो 2020 में कांस्य) ने बैडमिंटन में भारत के लिए ओलंपिक पदक जीते हैं।