अक्सर धोखाधड़ी व घोटालों में ऎसे लोग जांच में उलझ जाते हैं, जिनका जेल की चहार दीवारी के पास से गुजरने का भी इरादा नहीं होता है। हाल ही में कई ऎसे मामले हुए हैं, जिसमें सीए व व्यापारियों को जेल जाना पड़ा है। जेल की यात्रा उनके जीवन का एक काला अध्याय बन जाती है। व्यापमं-पीएमटी फर्जीवाड़े में भी कई रसूखदार जेल की सलाखों के पीछे पहुंचे और जो बाहर आए, वे जेल के अंदर जाने की बात सुनकर ही डर जाते हैं। जांच व आरोपों में उलझे लोग ज्योतिषी अथवा विशेषज्ञ के पास जाकर भविष्य जानने की कवायद करते हैं। समाधान की बात आती है तो वे फिर अंधविश्वास की ओर कदम बढ़ाते हैं और उसका परिणाम होता है जेल की रोटी।
रसूखदारों का संपर्क
जेल अफसरों के मुताबिक, कई बार रसूखदार-सफेदपोश लोग जेल में संपर्क करते हैं। ये लोग जेल के अंदर कैदियों के लिए बनने वाली एक रोटी, सब्जी व जेल के अंदर के पानी की मांग करते हैं। उन्हें लगता है कि जेल की रोटी खाकर अथवा पानी पीकर जेल जाने के योग से बच जाएंगे। अफसरों के अनुसार इस तरह की मांग करने वाले किसी भी स्थिति में आम लोग नहीं होते।
कई बार लोग जेल के अंदर बनी रोटी व पानी की मांग करते हैं। जेल यात्रा का डर इसके पीछे मंशा होती है। कई बार इस तरह के मामले होते हैं।
– संजय पांडे, अधीक्षक सेंट्रल जेल